भरतपुर नागरिक समाज ने जिला कलेक्टर भरतपुर द्वारा प्रोफेसर अरविंद वर्मा को साजिशन निलंबन किए जाने पर धरना प्रदर्शन का आयोजन किया। इसके अंतर्गत प्रोफेसर अरविंद वर्मा द्वारा बताया गया की जिला कलेक्टर भरतपुर द्वारा एक गाय की पूंछ व्हाट्सएप मैसेज से संबंधित प्रोफेसर अरविंद वर्मा को सस्पेंड कर दिया गया।
प्रोफेसर अरविंद वर्मा द्वारा बताया गया कि उनको खुद जिला निर्वाचन आयोग द्वारा उनको रिलीव कर दिया गया और उसके बाद प्रोफेसर अरविंद वर्मा को निलंबित कर दिया गया इसके विरोध में लगातार पूरे भरतपुर भर में 25 दिन से ज्ञापनो को देने का दौर चल रहा है प्रोफेसर अरविंद वर्मा द्वारा बताया गया कि यह ज्ञापन का दौर भरतपुर में ही नहीं बल्कि यह सवाई माधोपुर, अलवर, धौलपुर, करौली,तथा प्रदेश भर में ज्ञापन दिए गए हैं ।
और सभी शिक्षक समुदाय और सामाजिक संगठन द्वारा प्रोफेसर अरविंद वर्मा को सस्पेंड करने के मामले को लेकर अपना विरोध दर्ज कराया प्रोफेसर अरविंद वर्मा द्वारा बताया गया कि कोड ऑफ कंडक्ट 31 जनवरी को ही खत्म हो गया था इसके साथ-साथ निर्वाचन भी 31 जनवरी को ही खत्म हो गया था।
इसके बावजूद भी जिला कलेक्टर भरतपुर द्वारा सस्पेंड का आदेश वापस नहीं लिया गया प्रोफेसर अरविंद वर्मा द्वारा बताया गया है कि जिला कलेक्टर भरतपुर या तो किसी राजनीतिक दबाव में है या फिर कोई अन्य कारण की वजह से बायस होकर वह अपनी मनमानी लगातार किए जा रहे है।