कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की और कहा कि प्रधानमंत्री पद पर होने के बावजूद उन्होंने अपनी जड़ों को याद रखा है और खुद को गर्व से ‘चायवाला’ कहते हैं।
जम्मू में आयोजित एक समारोह में गुज्जर समुदाय को संबोधित करते हुए आजाद ने कहा,‘लोगों को नरेंद्र मोदी से सीखने की जरूरत है जो कि प्रधानमंत्री बनने के बाद भी अपनी जड़ों को नहीं भूले। वे खुद को बड़े गर्व से ‘चायवाला’ कहते हैं, हालांकि नरेंद्र मोदी के साथ मेरी राजनीतिक विचारधारा काफी अलग है, लेकिन पीएम जमीन से जुड़े हुए व्यक्ति हैं।’ इसी महीने कुछ दिनों पहले गुलाम नबी आजाद के लिए दिए अपने विदाई भाषण में पीएम नरेंद्र मोदी भावुक हो गए थे। आजाद का राज्यसभा में बतौर नेता प्रतिपक्ष का कार्यकाल पूरा होने के दौरान पीएम मोदी ने यह भाषण दिया था। अपने करीब 13 मिनट के विदाई भाषण में पीएम मोदी की आंखों में कई बार आंसू आए। दरअसल वे उस घटना को याद कर रहे थे जब 2007 में कश्मीर में आतंकी हमला हुआ था और उस दौरान वहां फंसे गुजरात के पर्यटकों को वहां से निकालने में प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने काफी मदद की थी।
राशिद अल्वी की कांग्रेस को नसीहत
कपिल सिब्बल, गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा जैसे नेताओं के बाद अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राशिद अल्वी ने भी पार्टी को नसीहत देते हुए भाजपा से सीख लेने को कहा है। अल्वी ने रविवार को कहा कि भाजपा हर छोटे-बड़े चुनाव को जीतने के लिए दिन-रात मेहनत करती है। साथ ही यह भी कहा कि भगवा पार्टी से मुकाबले के लिए उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं को भी 24 घंटे काम करने की जरूरत है।