कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट में छेड़छाड़ करने के आरोप में जिला प्रशासन ने शहर के तीन लैब को नोटिस जारी किए हैं। इसके अलावा दातार जेनेटिक्स लैब को बंद करने का निर्देश दिया गया है। प्रशासन की नोटिस मिलने के बाद दातार जेनेटिक्स लैब ने जिला प्रशासन पर 500 करोड रुपए की मानहानि का दावा करने वाली नोटिस भेजी है।
गौरतलब हो कि कोरोना की जांच रिपोर्ट में लैब द्वारा हेराफेरी किए जाने की शिकायतें नागरिकों द्वारा जिला प्रशासन के साथ जिला शल्य चिकित्सक के पास की गयी थी। नागरिकों से प्राप्त शिकायतों को देखते हुए जिला प्रशासन ने जिला शल्य चिकित्सक को शहर और ग्रामीण क्षेत्र में जांच करने के आदेश दिए थे। मनपा के चिकित्सा विभाग की रिपोर्ट आने के साथ जिला प्रशासन की जांच में भी विसंगति पाए जाने के बाद प्रशासन ने शहर के तीन लैब, सुप्रीम डायग्नोस्टिक, दातार जेनेटिक्स लैब को नोटिस जारी किया है। जिलाधिकारी सूरज मांढरे ने बताया कि नोटिस मिलने के बाद रविवार को दातार जेनेटिक्स लैब द्वारा राज्य के मुख्य सचिव, स्वास्थ्य सचिव, और नाशिक जिलाधिकारी पर 500 करोड़ रूपए की मानहानि का दावा करने वाली नोटिस दी गई है। इस नोटिस में लैब के संचालक राजन दातार ने साफ किया है कि कानूनी नियमों के तहत लैब में टेस्टिंग हुई है उसमें किसी भी तरह किसी भी तरह की छेड़छाड़ नहीं की गई है, लेकिन जिला प्रशासन का दावा है वह गलत है। प्रशासन के दावे से लैब का बड़ा नुकसान हुआ है इसी वजह से लैब द्वारा यह दावा किया गया है।