भारत की छवि को खराब करने के लिए पाकिस्तान इंटरनेट मीडिया का भी खूब सहारा ले रहा है। अल जजीरा समाचार चैनल ने ट्विटर के हैशटैग का प्रयोग कर इस्लामाबाद के एजेंडे को बढ़ावा देने वाले ऐसे ही एक कुख्यात 'डिजिटल कमांडर' फरहान विर्क का पर्दाफाश किया है। विर्क पाकिस्तान के इंटरनेट मीडिया क्षेत्र में एक जाना पहचाना नाम है। ट्विटर पर अति राष्ट्रवाद के प्रचार-प्रसार के लिए उसके पास एक हजार से अधिक वालंटियर हैं। जब भी भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता है तो विर्क की पूरी टीम नई दिल्ली द्वारा लगाए गए आरोपों को खारिज करने में लग जाती है।
बड़बोला विर्क यह दावा करता है कि वह किसी भी हैशटैग को राष्ट्रीय स्तर पर ट्रेंड करा सकता है। विर्क ने 'टीम इमरान खान' नाम का ट्विटर हैंडल बना रखा है। अल जजीरा के पत्रकार हशम चीमा ने ना केवल विर्क के आंतरिक कामकाज का पता लगाया है बल्कि यह भी जानने की कोशिश की है कि कैसे एल्गोरिदम पाकिस्तान के एजेंडे को आगे बढ़ाने में मदद करते हैं। विर्क विरोधियों पर जो भी हमले करता है, उसे टीम इमरान खान के वाट्सएप नंबर पर साझा करता है और इसके बाद हैशटैग हमलों की बाढ़ आ जाती है। विर्क के ट्विटर पर दो अकाउंट हैं और उसके तीन लाख फालोवर हैं। उसके फालोवर जहां उसे बौद्धिक विमर्श वाला व्यक्ति मानते हैं वहीं सरकार से जुड़े मंत्री उसे इंटरनेट मीडिया का ऐसा इंफ्लुएंशर मानते हैं, जिनका उपयोग वे लोग अपने विरोधियों के लिए कर सकते हैं।
सीपीईसी परियोजनाओं की सुरक्षा बढ़ाई गई
पाकिस्तान ने बलूचिस्तान स्थित चीन- पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) से जुड़ी परियोजनाओं की सुरक्षा बढ़ा दी है। शिन्हुआ समाचार एजेंसी के मुताबिक सुरक्षा मजबूत करने संबंधी जानकारी पाकिस्तान सेना ने साझा की है।