वैश्विक महामारी कोरोना का मुंबई सहित पूरे महाराष्ट्र में तेजी से फैलाव हो रहा है। पिछले सप्ताह इस कदर विस्तार हुआ कि मरीजों की संख्या बढने का प्रमाण दो गुना हो गया। मुंबई में एक फरवरी से लोकल सेवा का उपयोग अन्य लोगों द्वारा किए जाने से कोरोना विस्तार को कारण बताने पर मनपा के अतिरिक्त आयुक्त सुरेश काकानी ने इस तरह के आरोप को सिरे से खरिज करते हुए कहा कि लोकल सेवा शुरू करने से कोरोना नहीं बढ़ा, बल्कि लोगों की लापरवाही से बढ़ा ऐसा प्रतीत हो रहा है। काकानी ने बताया कि अभी जो भी मरीज मिल रहे है उनमे से अधिकांश हाईराइज ईमारतों के संक्रमित लोग है, जो कि लोकल में सफर तक नही करते। यह लोगो कि लापरवाही और बेफिक्री का नतीजा है कि मरीजो की संख्या बढ़ रही है। एक फरवरी तक मुंबई में जहां रोजाना 350 के करीब मरीज मिल रहे थे, वहीँ पिछले सप्ताह से यह आंकड़ा बढ़कर रोजाना 700 से 800 मरीज तक हो गया है। मरीजों की संख्या इस कदर बढ़ती रही तो एक हजार का आंकड़ा कभी भी पहुंच सकता है। उन्होंने कहा कि शादी विवाह, हॉटेल, पब आदि में लोगो की भीड़ उमड़ने लगी, लोग पिकनिक मनाने बड़ी संख्या में बाहर जाने लगे. जिसके कारण हो सकता है कोरोना फिर से सक्रिय हो गया है।
त्रिसूत्रीय फार्मूला महत्वपूर्ण
काकानी ने कहा कि अभी इस बीमारी का इलाज उपलब्ध नहीं है। अभी फिलहाल त्रिसूत्रीय फार्मूले से ही बचाव संभव होगा। वैक्सीन महत्वपूर्ण है, जिसका उपयोग तेजी से किया जा रहा है। हम केंद्र सरकार से तीसरे चरण वैक्सीन देने की मांग की है।
असिमटमैटिक मरीज ही आ रहे अधिक
मनपा अतिरिक्त आयुक्त काकानी ने कहा कि अभी कुल आ रहे मरीजो में 82 प्रतिशत मरीज असिमटमैटिक है जिन्हें अस्पताल में खाट की जरूरत नही है। इसी के चलते निजी अस्पतालों को निर्देश दिया गया है कि असिमटमैटिक मरीज को अस्पताल में न भर्ती करें।अभी तक मात्र 18 प्रतिशत मरीज ही है जिन्हें अस्पताल में खाट की जरूरत है। हमारे जंबो सेंटर और निजी अस्पतालों में आरक्षित खाट चाहे सामान्य मरीज के हो अथवा वेंटिलेटर के 75 प्रतिशत रिक्त पड़े है।