देश के सबसे बड़े अस्पताल एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने एक बार फिर से कोरोना को लेकर बड़ी बात कही है। उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआइ से बात करने के दौरान कहा कि हर्ड इम्युनिटी को लेकर लोगों को अपनी सोच बदलनी होगी। चिंता करने वाली बात यह है कि इसे (हर्ड इम्युनिटी) पूरी तरह पाना संभव नहीं है। इसे प्रैक्टिकल लाइफ में भारत जैसे देश में सोचना मुश्किल है वह भी जब यहां पर कोरोना के अलग-अलग स्ट्रेन परेशानी का सबब बन रहे हैं।
रणदीप गुलेरिया के बयान से बढ़ सकती है टेंशन
बता दें कि भारत में कोरोना के केस में बढ़ोतरी देखी जा रही है। देश के पांच राज्यों में महाराष्ट्र, केरल, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और पंजाब में केस बढ़ रहे हैं। वहीं दिल्ली में भी बीते कुछ दिनों से केस बढ़ रहे हैं। हालांकि यहां पर अभी भी मामला चिंताजनक नहीं है। इधर, महाराष्ट्र के केस बढ़ते ही अमरावती में लॉकडाउन लगा दिया गया है। पुणे में स्कूल कॉलेज बंद कर दिया गया है। सरकार नाइट कर्फ्यू लगाने पर विचार कर रही है। देश में कोरोना के नए स्ट्रेन से टेंशन बढ़ने लगी है। ऐसे में यह ज्यादा संक्रामक हो सकता है। इसी पर एम्स प्रमुख डॉ. रणदीप गुलेरिया ने यह आशंका जताई है कि कोरोना के प्रति हर्ड इम्युनिटी एक मिथक है।