देवभूमि में कुदरत ने ढाया कहर

उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्‍लेशियर फटने से भारी तबाही के कारण अब तक 10 लोग जान गंवा चुके हैं, जबकि 150 से ज्‍यादा लापता हैं। ऐसा माना जा रहा है कि अभी मृतकों का आकड़ा बढ़ सकता है। इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मृतकों के परिवार को PMNRF से 2-2 लाख रुपये और गंभीर रूप से घायलों को 50-50 हजार मुआवजे का ऐलान किया है। 

वहीं, उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि इस घटना में जिन लोगों की मृत्‍यु हुई है, उन सभी के परिवार को राज्‍य सरकार 4-4 लाख रुपये मुआवजा के तौर पर देगी।

उत्तराखंड के चमोली जिले के रैणी गांव में रविवार को ग्लेशियर फटने से धौली गंगा नदी में बाढ़ आ गई। इससे चमोली से हरिद्वार तक खतरा बढ़ गया है। घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन की टीम मौके के लिए रवाना हो गई। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इस घटना पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से बात की। उन्होंने राज्य को हरसंभव मदद देने का आश्वासन दिया है। साथ ही भाजपा कार्यकर्ताओं को मदद करने के लिए कहा। सेना, वायुसेना,एनडीआरएफ,आईटीबीपी और एसडीआरएफ की टीमें स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर राहत और बचाव का कार्य कर रहे हैं।

इसके अलावा अब तक 10 लोगों के शव बरामद हो चुके हैं और 150 लोगों के हताहत होने की आशंका जताई जा रही है। मुख्यमंत्री रावत ने लोगों से पुराने वीडियो शेयर न करने और धैर्य बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने मदद के लिए एक मोबाइल नंबर भी जारी किया है। 

उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने कहा, 'तपोवन बांध में फंसे 16 लोगों को पुलिस ने सुरक्षित स्थानों पर भेजा है।'  उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को चमोली जिले के तपोवन क्षेत्र में सेना और आईटीबीपी के जवानों द्वारा बाढ़ की स्थिति के बारे में जानकारी दी गई। 

 फिलहाल बाढ़ का खतरा टलाः डीजीपी

उत्तराखंड में त्रासदी की घटना के बीच राहत भरी खबर आ रही है। राज्य के डीजीपी ने जानकारी दी है कि बाढ़ का खतरा फिलहाल टल गया है। उन्होंने कहा कि श्रीनगर से नदी का बहाव सामान्य हो गया है। वहीं देवप्रयाग और निचले इलाकों में भी खतरा टल गया है। जबकि बचाव दल ने तपोवन डैम में फंसे 16 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया है।

एनटीपीसी लिमिटेड ने जानकारी देते हुए कहा कि उत्तराखंड में तपोवन के पास ग्लेशियर टूटने से हमारे निर्माणाधीन जलविद्युत परियोजना के एक हिस्से को नुकसान पहुंचा है। बचाव अभियान लगातार जारी है।

सीमा सड़क संगठन का पुल बहा

जोशीमठ क्षेत्र से आगे मलारी के पास एक सीमा सड़क संगठन का पुल बाढ़ से बह गया है। महानिदेशक बीआरओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव चौधरी ने अधिकारियों को जल्द से जल्द इसे बहाल करने का निर्देश दिया है। आवश्यक दुकानों और कर्मियों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया जा रहा है। 

प्रकाशित तारीख : 2021-02-08 09:38:00

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