भाजपा सत्ता के लिए सिद्धांत नहीं बदलती : शाह

बीते 2019 विधानसभा चुनाव के मुख्यमंत्री पद को लेकर भाजपा और शिवसेना की टूटी युति पर पहली बार मौन तोड़ते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शिवसेना पर जमकर निशाना साधा। शाह ने कहा कि शिवसेना की तरह अगर भाजपा भी राजनीति करती तो आज शिवसेना खत्म हो गई होती। गृह मंत्री रविवार को सिंधुदुर्ग में भाजपा सांसद नारायण राणे के अस्पताल का उद्घाटन किया, जिसके बाद आयोजित पत्रकार परिषद में शिवसेना द्वारा मुख़्यमंती पद को लेकर भाजपा पर बार-बार वादाखिलाफी के लगाए गए आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि भाजपा सत्ता के लिए सिद्धांत नहीं बदलती है। उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री पद को लेकर हमने शिवसेना से कोई वादा नहीं किया था, क्योंकि हम बंद कमरे की राजनीति नहीं, डंके की चोट  वाली राजनीति करते हैं। शाह ने कहा कि मेरी अध्क्षता में और देवेंद्र फड़नवीस के नेतृत्व में महाराष्ट्र विधानसभा का चुनाव लड़ा गया था। रैलियों में तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस को दोबारा सीएम बनाने की घोषणाएं की जा रही थीं, उस समय शिवसेना ने क्यों नहीं बोला। शिवसेना पर हमला बोलते हुए शाह ने कहा कि मैं आज महाराष्ट्र की जनता को बताने आया हूं कि आपके द्वारा दिए गए जनादेश की अवहेलना कर शिवसेना ने कांग्रेस और राकांपा के साथ मिलकर सरकार बनाई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र  मोदी  और तत्कालीन सीएम देवेंद्र फड़नवीस के नेतृत्व में भाजपा-शिवसेना की युति ने चुनाव लड़ा था।

चुनाव की रैलियों में शिवसेना के उम्मीदवारों ने अपने पार्टी प्रमुख की तुलना में पीएम मोदी की फोटो का अधिक इस्तेमाल किया। शाह ने कहा कि भाजपा पर वादाखिलाफी का झूठा आरोप लगाने वाली शिवसेना को मैं याद दिलाना चाहता हूं कि हम एक ऐसे व्यक्ति हैं जो दोस्तों के साथ किए गए वादों को पूरा करते हैं, जिसका उदाहरण देश ने बिहार में हुए चुनाव में देखा है। जहां हमने नीतीश कुमार को सीएम बनाने का वादा किया था और चुनाव बाद भाजपा की सीटें अधिक आने के बाद भी हमने नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाया। गृह मंत्री ने कहा कि पूरे चुनाव में शिवसेना ने प्रधानमंत्री मोदी के नाम पर वोट मांगा। इसके साथ मेरे और पीएम मोदी की मौजूदगी में हुए चुनावी सभा में फड़नवीस को दोबारा मुख्यमंत्री बनाया जाएगा ऐसी घोषणाए होती रहीं, लेकिन उस दौरान  शिवसेना ने क्यों नहीं बोला।  चुनाव नतीजे आने के बाद सत्ता के मोह में उन्होंने बालासाहेब ठाकरे के सिद्धांतों पीछे छोड़ सरकार बना ली। शिवसेना पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा कि धारा 370 हटाई हटाने के बाद डरते-डरते शिवसेना ने समर्थन किया, राम मंदिर बनाने का निर्णय आने के बाद शिवसेना पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे ने अयोध्या जाने की घोषणा की, लेकिन अभी तक नहीं गए। गृह मंत्री ने कहा कि भाजपा एक विचारधारा की राजनीति करती है सत्ता के लिए सिद्धांत नहीं बदलती। शाह ने कहा कि मैं शिवसेना के मित्रो से कहना चाहता हूं कि यह दिवंगत बालासाहेब ठाकरे की सिद्धांतों वाली शिवसेना नहीं रह गई है। सत्ता के लिए दिवंगत बालासाहेब ठाकरे ने कभी सिद्धांत नहीं छोड़ा। 

इन लोगों की रही उपस्थिति 

इस अवसर पर गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत, राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और विधानसभा में विपक्ष नेता देवेंद्र फड़नवीस, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल, विधानपरिषद में विपक्ष नेता प्रवीण दरेकर सहित बड़ी संख्या में भाजपा नेता और पदाधिकारी उपस्थित थे।

प्रकाशित तारीख : 2021-02-08 08:36:00

प्रतिकृया दिनुहोस्