कोरोना महामारी के कारण राज्य में पिछले कई महीनों से बंद विद्यालय और कॉलेजों को खोलने का सरकार ने निर्णय लिया है। इसके तहत आगामी 15 फरवरी से मुंबई सहित राज्य के सभी विश्वविद्यालय और कॉलेजों को शुरू किया जाएगा। बुधवार को मंत्रालय में आयोजित पत्रकार परिषद को संबोधित करते हुए राज्य के उच्चशिक्षा मंत्री उदय सामंत ने यह जानकरी दी।
सामंत ने कहा कि कोरोना के कारण बंद राज्य में कॉलेजों खोलने की मांग पिछले तीन महीनों से विभिन्न संस्थाओ द्वारा किया जा रहा था, जिसे ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री उद्वव ठाकरे के साथ -साथ बीते एक फरवरी को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सभी कुलपतियों से चर्चा करने के बाद यह निर्णय लिया गया। इसके साथ विश्वविद्यालय को पाठ्यक्रम, परीक्षा योजना, छात्रावास के संबंध में एक मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार और दिशानिर्देश जारी करने के लिए कहा गया है।
उदय सामंत ने कहा कि आगामी 15 फरवरी से खुलने वाले विश्वविद्यालय और कालेजों को 50 फीसदी की क्षमता से खोला जाएगा। उन्हो ने कहा कि इस संबंध में कॉलेजों को संबंधित विश्वविद्यालय मनपा आयुक्त, जिलाधिकारी, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा विद्यालयों और काॅलेजों को परामर्श दिए जाने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि स्थानीय स्तर पर कोरोना की व्यापकता और स्थानीय परिस्थितियों और स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे की उपलब्धता को देखते हुए, संबंधित विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को विश्वविद्यालय और कॉलेज शुरू करके नियमित कक्षाएं शुरू करने के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए। और संबंधित विश्वविद्यालयों को स्थानीय अधिकारियों की सहमति से कॉलेज शुरू करने चाहिए। कॉलेज शुरू करते समय कोविड -19 को लेकर केंद्र और राज्य सरकार की जारी दिशा-निर्देशों का पालन किया जाना चाहिए।
छात्रों के शैक्षणिक हितों और स्वास्थ्य का ख्याल रखते हुए, विश्वविद्यालय के नियमों के अनुसार छात्रों की उपस्थिति को 75 प्रतिशत अनिवार्य किए बिना ऑफ़लाइन / ऑन-लाइन दोनों विकल्प छात्रों को उपलब्ध कराए जाने चाहिए, सामंत ने कहा कि विश्वविद्यालयों को हॉस्टल की चरणबद्ध शुरुआत के लिए दिशानिर्देश तैयार करने और हॉस्टल के इलेक्ट्रिक और सेफ्टी ऑडिट करने की भी सलाह दी गई है। उन्होंने कहा कि परीक्षा के लिए छात्रों को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों विकल्प उपलब्ध कराए जाएंगे।