मुंबई लोकल के पहले दिन सेंट्रल और वेस्टर्न रेलवे में लगभग 34 लाख लोगों ने यात्रा की। इसमें सेंट्रल में पूरे दिन 19 लाख याित्रयों ने यात्रा की। वेस्टर्न में 15 लाख याित्रयों ने यात्रा की। आरपीएफ, जीआरपी, कमर्शियल विभाग के कर्मचारी पूरी लगन और मेहनत से अपने कार्य में लगे रहें। रेलवे स्टेशनों पर व्यापक व्यवस्था देखने को मिली।
सेंट्रल रेलवे से 19 लाख लोगों ने की यात्रा सेंट्रल रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शिवाजी सुतार ने आईजीआर को बताया कि पहले दिन सेंट्रल रेलवे से 19 लाख लोगों ने यात्रा की। आम तौर पर 14.5 लाख लाख लोग यात्रा करते थे। इस समय भी रोज की अपेक्षा ज्यादा लोगों ने यात्रा की। स्टेशनों पर कहीं भीड़ या किसी प्रकार की अव्यवस्था नहीं हुई। उन्होंने कहा कि हम आम यात्रियों के लिए अपनी क्षमता की 95 प्रतिशत ट्रेनों को चला रहे हैं। 350 टिकट खिड़कियों को 731 शिफ्ट में शुरू किया है। हम मुंबई डिवीजन के 80 एक्सीलेटर और 40 लिफ्ट शुरू कर चुके हैं। कल्याण, ठाणे, घाटकोपर, कुर्ला, भायखला, दादर, ठाणे जैसे बड़े स्टेशनों पर अधिकारी सुबह से ही मौजूद रहें।
बिना मास्क के यात्रा करने वाले 571 यात्रियों पर कार्रवाई
राज्य सरकार ने एक फरवरी से लोकल ट्रेन सभी के लिए शुरू कर दी है। इसके साथ ही कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सरकार की तरफ से गाइडलाइंस भी जारी की गई है, जिसका पालन करना अनिवार्य है। सोमवार को पहले ही दिन बिना मास्क के लोकल से यात्रा करने वाले 571 लोगों पर रेलवे पुलिस ने कार्रवाई की और इनसे दंड वसूल करके इन्हें घर वापस भेज दिया गया।
रेलवे पुलिस आयुक्त कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी), रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने मनपा अधिकारियों की मदद से इस कार्रवाई को अंजाम दिया है। सोमवार की शाम छह बजे तक 571 यात्रियों पर कार्रवाई करते हुए उनसे दंड वसूली की गई। आरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारी जितेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि इसके अलावा बिना टिकट पश्चिम रेलवे से यात्रा करने वाले करीब 400 लोगों को पकड़ा गया। इनसे एक लाख रुपए से ज्यादा का दंड वसूला गया। जीआरपी के पुलिस उपायुक्त प्रदीप चव्हाण ने बताया कि मास्क के बिना स्टेशन परिसर में घूमने वाले 237 यात्रियों पर दंडात्मक कार्रवाई की गई।