प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा संसद में पेश किया गया आम बजट हर क्षेत्र में ‘‘ऑल राउंड’’ विकास की बात करता है और इसके दिल में गांव और किसान हैं। यह बजट आपदा को अवसर में बदलने वाला भी है। बजट पेश किए जाने के बाद प्रधानमंत्री ने इसकी सराहना करते हुए कहा कि वर्ष 2021 का बजट असाधारण परिस्थितियों के बीच पेश किया गया है। उन्होंने कहा कि इसमें यथार्थ का एहसास भी और विकास का विश्वास भी है।
उन्होंने कहा, ‘‘इस बजट में देश में कृषि क्षेत्र को मजबूती देने के लिए और किसानों की आय बढ़ाने के लिए बहुत जोर दिया गया है। किसानों को आसानी से और ज्यादा ऋण मिल सकेगा। देश की मंडियों को और मजबूत करने के लिए प्रावधान किया गया है। ये सब निर्णय दिखाते हैं कि इस बजट के दिल में गांव हैं, हमारे किसान हैं।’’
बजट को नए दशक की शुरुआत की नींव रखे जाने वाला बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह रोजगार के अवसर को बढ़ाने वाला और देश को आत्मनिर्भरता के रास्ते पर ले जाने वाला बजट है। उन्होंने कहा, ‘‘एमएसएमई को गति देने के लिए, रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए, एमएसएमई का बजट पिछले साल की तुलना में दोगुना से ज्यायदा किया गया है। यह बजट आत्मनिर्भरता के उस रास्ते को लेकर चला है जिसमें देश के हर नागरिक की प्रगति शामिल है।’’
देशवासियों को ‘‘आत्मनिर्भर भारत’’ के इस ‘‘महत्वपूर्ण’’ बजट की शुभकामनाएं देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इस बजट से ‘‘वेल्थ और वैलनेस’’ दोनों तेज गति से बढ़ेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘इस बजट में अवसंरचना विकास पर विशेष जोर दिया गया है। इसी तरह यह बजट जिस तरह से स्वास्थ्य पर केंद्रित है, वह भी अभूतपूर्व है। यह बजट देश के हर क्षेत्र में ‘ऑल राउंड डेवलपमेंट (चौतरफा विकास)’ की बात करता है।’’