इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) का दिसंबर, 2020 में समाप्त चालू वित्त वर्ष 2020-21 की तीसरी तिमाही का शुद्ध लाभ दोगुना से अधिक हो गया। कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि की वजह से कंपनी को भंडारण पर लाभ हुआ है और साथ ही उसका पेट्रोरसायन मार्जिन भी बढ़ा है। चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में आईओसी का शुद्ध लाभ दोगुना से अधिक होकर 4,916.59 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 2,339.02 करोड़ रुपये था। आईओसी के चेयरमैन श्रीकान्त माधव वैद्य ने यहां संवाददाताओं से कहा, ''भंडारण पर लाभ और ऊंचे पेट्रोरसायन मार्जिन की वजह से हमारा शुद्ध लाभ बढ़ा है।
उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल के दाम इस समय कंपनी द्वारा अनुबंधित मूल्य से अधिक हैं। ऐसे में तिमाही के दौरान कंपनी को भंडारण पर 2,630 करोड़ रुपये का लाभ हुआ है। वैद्य ने कहा कि तिमाही के दौरान आईओसी की रिफाइनरियों को प्रत्येक बैरल कच्चे तेल को ईंधन में बदलने पर 2.19 डॉलर प्राप्त हुए। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में सकल रिफाइनिंग मार्जिन 4.09 डॉलर प्रति बैरल था। उन्होंने कहा कि पिछले चार लगातार महीनों से ईंधन की मांग में सुधर हुआ है। इससे रिफाइनरी अपनी पूरी क्षमता पर काम कर रही हैं। कोरोना वायरस की वजह से लागू लॉकडाउन के दौरान रिफाइनरी अपनी आधी क्षमता पर काम कर रही थी। तिमाही के दौरान कंपनी की परिचालन आय बढ़कर 1,46,599 करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 1,44,835 करोड़ रुपये थी। श्री सीमेंट्स का एकीकृत शुद्ध लाभ दिसंबर, 2020 में समाप्त तीसरी तिमाही में दोगुना से अधिक होकर 631.58 करोड़ रुपये रहा।
कंपनी को साल भर पहले की समान तिमाही में 311.83 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। कंपनी ने बीएसई को शनिवार को बताया कि इस दौरान उसकी परिचालन आय 12.57 प्रतिशत बढ़कर 3,541.38 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल की समान अवधि में 3,146.01 करोड़ रुपये थी। कंपनी ने कहा कि इस दौरान कुल खर्च साल भर पहले के 2,801.89 करोड़ के मुकाबले 2,797.24 करोड़ रुपये रहा।