गाजियाबाद जिला प्रशासन ने किसानों को यूपी गेट से धरना स्थल खाली करने का अल्टीमेटम दिया है। मिली जानकारी के अनुसार, गाजीपुर बॉर्डर पर किसान नेता राकेश टिकैट से जगह खाली करने के लिए पुलिस अधिकारियों से बातचीत चल रही है। वहीं, राकेश टिकैत ने यह भी कहा कि कानून वापस नहीं हुआ तो वह आत्महत्या कर लेंगे। उन्होंने गिरफ्तारी की बात कहते हुए कहा कि किसान आंदोलन जारी रहेगा। मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है। माना जा रहा है कि धरना स्थल आज या रात में ही खाली कराया जा सकता है। डीएम अजय शंकर पांडेय सहित वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी एवं पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर उपस्थित हैं। मेरठ रेंज से भारी फोर्स यहां आ चुकी है। सूत्रों के अनुसार, लखनऊ से सीधे संकेत दिए गए हैं कि किसानों को धरना स्थल से हटाया जाए।
धरना स्थल पर अब कम लोग ही बचे हैं। मिली जानकारी के अनुसार, धरना स्थल से तंबू हटाया जा रहा है। इससे पहले गाजीपुर बॉर्डर पर आरएएफ के जवानों ने फ्लैग मार्च किया।
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- राकेश टिकैत ने यूपी गेट से धरना स्थल खाली करने से इनकार कर दिया है। डीएम के नोटिस के जवाब में टिकैत ने कहा कि जब तक जान है ये स्थान नहीं छोडूंगा।
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- भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के किसान नेता नरेश टिकैत ने कहा कि गाजीपुर का धरना आज खत्म होगा। उन्होंने यह बयान मुजफ्फरनगर में दिया है।
- किसान नेता राकेश टिकैत ने मंच से एलान किया कि हमारा आंदोलन जारी रहेगा। कानून वापस नहीं होने तक जारी रहेगा आंदोलन।
- किसानों को हटाने के आदेश के बाद दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे को पूरी तरह से बंद किया गया। अब दिल्ली से वाहन नहीं आ सकेंगे।
- गाजियाबाद के डीएम के आदेश के बाद यूपी गेट से किसान लौटने लगे हैं। ट्रैक्टर लेकर जा रहे किसानों ने कहा कि अब वे अपने जिलों से जेल भरो आंदोलन चलाएंगे।
- यूपी गेट पर पहुंचे स्थानीय लोगों ने देशद्रोही वापस जाओ के नारे भी लगाए। लोगों का कहना है कि ये लोग किसान नहीं है।
- किसान आंदोलन के विरोध में यूपी गेट पर स्थानीय लोगों ने जमकर नारेबाजी की। कौशम्बी और वैशाली से आए लोगों ने खालिस्तानी गो बैक के नारे लगाए और पुलिस से हाईवे पर धरना स्थल खाली कराने की मांग की।
- यूपी गेट पर धरना दे रहे लोगों के खिलाफ अब स्थानीय लोग खुलकर सामने आ गए हैं। मौके पर पहुंचे स्थानीय लोग प्रदर्शनकारियों के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं।
- भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने अपने ताजा बयान में बृहस्पतिवार को कहा कि 26 जनवरी को हमने शांतिपूर्ण तरीके से ट्रैक्टर परेड निकाली थी। जो लोग हिंसक हुए हैं उनसे हमारा कोई लेना-देना नहीं था। हमारा आंदोलन पूर्व की भांति चलता रहेगा। शांतिपूर्ण तरीके से पिछले 2 माह से भी ज्यादा समय से हम लोग आंदोलनरत हैं। उसी तरीके से आंदोलन कैसी कानूनों की वापसी होने तक जारी रहेगा।दिल्ली हिंसा में अब तक 33 एफआइआर दर्ज की गई है। ये मामले दिल्ली के कई पुलिस थानों में दर्ज किए गए हैं। इनमें से 9 मामले क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर कर दिए गए हैं। पुलिस ने 44 लोगों के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी किया है।
प्रकाशित तारीख
: 2021-01-28 19:57:00