बीते मंगलवार को गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में किसानों और पुलिसकर्मियों के बीच हुए झड़प में घायल बड़ी संख्या में पुलिकर्मियों को लेकर बयान देने वाले राकांपा प्रमुख शरद पवार और शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत पर भाजपा विधायक आशीष शेलार ने निशाना साधा। बुधवार को शेलार ने कहा कि शरद पवार का फेसबुक पोस्ट जवानों और पुलिस के समर्थन में क्यों नहीं आया? संजय राउत, जो हर दिन किसानों का बचाव करते थे,उन्होंने देश के सैनिकों और पुलिकर्मियों का समर्थन क्यों नहीं किया?
उन्होंने हिंसा के अपराधियों के खिलाफ एक शब्द भी नहीं कहा। शेलार ने कहा, हम देशवासियों की ओर से पूछ रहे हैं कि आपके मुंह अब क्यों बंद हैं। विशेष रूप से पीएम, मोदी के विरोधियों ने केवल राजनीतिक प्रतिशोध और घृणा से कांग्रेस, एनसीपी और दुर्भाग्य से शिवसेना इस देश में अराजकता लाने की कोशिश कर रही हैं। उन्होंने कहा कि पूरे आंदोलन में सभी को संयम द्वारा दिखाया जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। जिस प्रकार सुरक्षाकर्मियों ने संयम बरता था क्या प्रदर्शनकारियों को गोलीबारी चाहिए थी?
किसानों के साथ चर्चा नहीं करने के आरोपों का जवाब देते हुए शेलार ने कहा कि मामला न्यायालय में हैं। इसके बावजूद किसान आंदोलन कर रहे है.जबकि कृषि मंत्री किसानों के साथ विनम्रता से चर्चा करने की बात कर रहे है. वही दूसरी तरफ शिवसेना और एनसीपी अलग भाषा का इस्तेमाल कर रही है जो नहीं करना चाहिए।
भाजपा विधायक सत्ताधारी शिवसेना और राकांपा पर हमला बोलते हुए कहा कि बिना जांच के अपराधियों और उपद्रियो का समर्थन करना ठीक नहीं है. मेरी पुलिस से मांग है कि जांच कर तत्काल अपराधी को गिरफ्तार करें ”आशीष शेलार ने कहा कि हिंसा से भाजपा को जोड़ने वाले लोगो से मैं कहना चाहता हूँ कि जो खुद दोषी है उन्हें दुसरो को झूठा बदनाम नहीं करनी चाहिए देश ने देखा है कि क्या सच है बाकी की सच्चाई जांच में सामने आएगी। पुलिस पर लाठियां भांजना, सैनिकों को मारना और पंच मारना, तलवारें खींचना देशभक्ति नहीं है। शेलार ने कहा कि साल 2003 से कृषि कानून की वकालत कर रहे हैं।