अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी को पराजित करने में लंबा समय लगेगा तथा वह इस दिशा में आक्रामक तरीके से काम कर रहे हैं। बाइडन ने व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से कहा, 'मैं इस वायरस को हराकर रहूंगा, लेकिन मैंने यह कभी नहीं कहा कि यह दो महीने में खत्म हो जाएगा। यहां तक पहुंचने में लंबा वक्त लगेगा और इसे हराने में भी लंबा वक्त लगने वाला है। वहीं सिंगापुर के एक वरिष्ठ मंत्री ने चेतावनी दी है कि कोरोना का अंत होने में चार से पांच वर्ष लग सकते हैं।
बाइडन ने कहा- कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी आई
दरसअल, बाइडन ने हाल में कहा था कि अगले कई महीनों तक इस महामारी की दिशा बदलने के लिए उनका प्रशासन कुछ नहीं कर सकता है। जबकि दो महीने पहले उन्होंने कहा था कि वह वायरस को हराकर रहेंगे। बाइडन इन बयानों से संबंधित सवालों के जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा, 'यदि मैं गलत कह रहा हूं तो बताएं, आज सुबह मैं अन्य देशों के नेताओं से बात कर रहा था। मेरा खयाल है कि यह दिन उन पहले दिनों में से एक है जब कोरोना वायरस के कारण मरने वाले लोगों की संख्या में कमी आई है, संक्रमण के मामले तथा अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या घटी है।
कोरोना वायरस को पराजित करने में समय लगेगा, टीकाकरण सही दिशा में उठाया गया कदम
बाइडन ने कहा कि इसमें वक्त लगेगा, बहुत वक्त। साथ ही उन्होंने लोगों से मास्क पहनने और शारीरिक दूरी के नियम का पालन करने को कहा। उन्होंने कहा कि अमेरिका में कोरोना वायरस के कारण मृतक संख्या 4,10,000 है और ऐसा अनुमान है कि हालात बदलने तक मृतक संख्या 6,00,000 से 660,000 तक पहुंच चुकी होगी। उन्होंने कहा कि टीकाकरण सही दिशा में उठाया गया कदम है।
टीकाकरण को रफ्तार देना चाहते हैं बाइडन
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन पदभार संभालने के प्रथम 100 दिनों में कोरोना टीकाकरण के अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए इस अभियान को रफ्तार देते नजर आ रहे हैं। इससे यह जाहिर होता है कि अमेरिका में जल्द ही प्रतिदिन औसतन 15 लाख लोगों को टीका लगाया जा सकता है। बाइडन ने अमेरिकी विनिर्माताओं से कोरोना टीके की सरकारी खरीद को बढ़ावा देने के लिए एक शासकीय आदेश पर हस्ताक्षर कर टीकाकरण अभियान को रफ्तार देने का सोमवार को संकेत दिया।
टीकाकरण के बाद भी बरकरार रहेगा संक्रमण का खतरा: डब्ल्यूएचओ
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने चेतावनी दी है कि टीकाकरण के बाद भी संक्रमण का खतरा बरकरार रहेगा। डब्ल्यूएचओ के हेल्थ इमरजेंसी प्रोग्राम के कार्यकारी निदेशक माइकल रेयान के मुताबिक वर्ष 2021 में वायरस से छुटकारा पाने की उम्मीद नहीं करनी चाहिए। उन्होंने याद दिलाते हुए कहा कि मानव इतिहास में अब तक हमने केवल एक बीमारी से छुटकारा पाया है और वह है चेचक। वहीं संगठन ने यह भी कहा है कि इस सप्ताह कोरोना संक्रमित मरीजों की तादाद 10 करोड़ हो जाएगी। एक वर्ष पहले आज ही के दिन दुनियाभर 1500 मामले थे। चीन से बाहर मात्र 23 संक्रमित मरीज थे।
ब्रिटेन में 80 वर्ष से अधिक उम्र के अधिकांश लोगों को लगाया गया टीका
ब्रिटेन के स्वास्थ मंत्री मैट हैनकॉक के मुताबिक 80 वर्ष से अधिक उम्र के अधिकांश लोगों को टीका लगाया जा चुका है। वर्चुअल प्रेस ब्रीफिंग के दौरान उन्होंने कहा कि अभी तक 78.7 फीसद लोगों को टीके की पहली डोज दी जा चुकी है। 15 फरवरी तक पहले चरण के सभी चार प्राथमिकताओं वाले समूहों को पहली डोज दे दी जाएगी। उधर, ब्रिटेन में कोरोना से मरने वालों की तादाद एक लाख के आंकड़े को पार कर गई है। 10 में से जिन नौ लोगों की जान गई है, उनकी उम्र 65 वर्ष से अधिक है।
चीन में पीड़ित ने की डब्ल्यूएचओ की टीम से मिलने की मांग
चीन में कोरोना से जान गंवाने एक व्यक्ति के बेटे ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की विशेषज्ञ टीम से मिलने की मांग की है। उसका कहना है कि टीम को प्रभावित परिवार से बात करनी चाहिए। बता दें कि चीन ने वायरस की उत्पत्ति का पता लगाने के लिए डब्ल्यूएचओ की टीम को देश में आने की अनुमति तो दी है, लेकिन यह नहीं बताया है कि क्या उसे प्रभावित परिवारों से बात करने की अनुमति होगी। फिलहाल उसने यही कहा है कि टीम वैज्ञानिकों के साथ विचारों का आदान-प्रदान कर सकती है। चीन के विदेश मंत्रालय ने इस संबंध में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।