मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने रविवार (24 जनवरी) को एक बार फिर कहा कि सोशल मीडिया (Social Media) पर एंटीसोशल (anti social) काम हो रहा है। अनाप-शनाप बातें लिखी जा रही और गंदी भाषा (dirty language) का प्रयोग हो रहा। मन सकारात्मक (positive) नहीं रहेगा तो समाज (society) आगे नहीं बढ़ सकता। ऐसे लोग आगे अपने माता-पिता का भी ध्यान नहीं रखेंगे। कुछ लोग कुछ हासिल करने के चक्कर में अनाप-शनाप करते हैं। कुछ लोग प्रचार पाने की मंशा से मेरे खिलाफ अंड-बंड (as per their whims and fancy) बोलते रहते हैं। मैं उनकी बातों का नोटिस नहीं लेता। अगर मेरे खिलाफ बोलने से प्रचार (publicity) मिलता है तो मौज में रहें वे लोग। जदयू प्रदेश कार्यालय स्थित कर्पूरी सभागार में कर्पूरी जयंती के मौके पर आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री ने यह बात कही।
गौर से देखिए, बिहार का विकास
जब तक उनके हाथ में काम है तब तक वह लोगों की सेेवा करते रहेंगे। कुछ लोग सत्ता का सुख लेना चाहते हैं पर मेरे लिए सत्ता का मतलब है सेवा। हम लगातार यह कहते रहे हैं कि लोगों की सेवा करना ही हमारा धर्म है। मैंने किसी की उपेक्षा नहीं की है। बिहार आगे बढ़ रहा है। इसे गौर से देखिए।
लोगों के बीच जाकर पूरी बात बताएं
मुख्यमंत्री ने जयंती समारोह में मौजूद जदयू के लोगों से यह अपील किया कि लोगों के बीच जाकर पूरी बात बताएं। नयी पीढ़ी को यह बताएं सरकार क्या-क्या कर रही है। हम चाहते हैं कि नयी टेक्नोलॉजी का सदुपयोग हो। लोगों के बीच जाने से यह भी मालूम हो सकेगा कि कौन सा काम ठीक से नहीं हो रहा। एकजुट होकर लोग काम करें। यह भी स्वाभाविक है कि जब काम होने लगता है तो लोगों का मन यह करता है कि काम और हो। लोगों से जब बात करते रहेंगे तो इस बारे में जानकारी बढ़ेगी।
कर्पूरी के विचारों को धरातल पर उतारा जा रहा
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह कर्पूरी ठाकुर के विचार को धरती पर उतारने की दिशा में प्रयत्नशील रहते हैं। जो पीछे थे उन्हें मुख्य धारा में लाने के लिए काम किया गया। हर तबके के उत्थान के लिए काम हो रहा। कोविड-19 को ले चल रहे अभियान के संदर्भ में उन्होंने कहा कि हमलोगों की उम्मीद है कि कुछ महीनों में इससे मुक्ति मिल जाएगी।