बाजार ने 50,000 सेंसेक्स के ऐतिहासिक निशान को पार कर लिया है और ऐसे गिरना करना शुरू कर दिया है, जैसे कल आएगा ही नहीं। आम तौर पर ट्रेडर्स का मानना है कि बाजार एक बार जब किसी लैंडमार्क पर पहुंच जाता है, तो बाजार गिरता है। वे बाजार के पिछले ट्रेंड को देखते हुए ऐसा मानते हैं। यह कुछ हद तक सही है और इसलिए सेंसेक्स में 1200 अंकों की गिरावट उचित है। लेकिन गिरावट गुरुवार और शुक्रवार को क्यों ..? बजट के बाद क्यों नहीं ..?
हम पहले ही कह चुके हैं कि बजट के बाद बाजार में कुछ गिरावट हो सकती है, क्योंकि बजट स्ट्रीट की उम्मीदों पर खरा नहीं उतरेगा। यह एक सामान्य सी बात है और वर्षों से होती आ रही है। लेकिन केवल दो दिनों में 2.4 फीसद की गिरावट पर्याप्त संदेह व्यक्त करती है। इससे संदेह इस बात पर भी होता है कि बाजार क्या उतना ही गिरेगा, जिसका अनुमान हमने पहले व्यक्त किया है। सामान्य स्थिति में 2.4 फीसद की गिरावट काफी बड़ी है और यह एफपीआई बिक्री के रूप में भी नहीं है।
मई 2020 से दिसंबर 2020 के बीच 2,39,000 करोड़ रुपये के शानदार निवेश के बाद लोगों का यह सोचना कि इनफ्लो बंद हो जाएगा, सामान्य बात है। लेकिन आंकड़े बताते हैं कि इनफ्लो जनवरी, 2021 में भी जारी है। जनवरी, 2021 में अब तक 24,000 करोड़ रुपये का एफपीआई निवेश आ चुका है, जो काफी बड़ा है। एफपीआई की कोई बिकवाली नहीं है। अब यह 36 बिलियन डॉलर के करीब है और अवश्य ही आगे भी जारी रहेगी।