प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कोरोना महामारी के खिलाफ देश में दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान के पहले चरण की शुरुआत की। पहले चरण में भारत में अग्रिम मोर्चों पर तैनात स्वास्थ्य कर्मियों को टीके की पहली खुराक दी गई। केंद्र सरकार ने ऑक्सफोर्ड एस्ट्राजेनेका की कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सीन टीके के साथ यह टीकाकरण अभियान शुरू किया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने टीकाकरण अभियान के पहले चरण के पहले दिन को सफल बताया है।
पहला दिन सफल, 1,65,714 लोगों नेे लगवाया टीका
स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि टीकाकरण अभियान का पहला दिन सफल रहा। अब तक टीकाकरण के बाद अस्पताल में भर्ती होने का कोई मामला सामने नहीं आया है। सरकार ने महामारी को मात देने के लिए पहला कदम उठाया है जिसके तहत देशभर के स्वास्थ्य केंद्रों पर टीकाकरण की शुरुआत हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि शनिवार शाम 5:30 बजे तक पूरे देश में 1,65,714 लोगों को कोविड वैक्सीन का टीका लगाया गया था।
पहले दिन 3351 सत्र में टीकाकरण
स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपनी प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि पहले दिन 3351 सत्र में टीकाकरण का कार्यक्रम संपन्न किया गया। इस महाअभियान में दोनों वैक्सीन का इस्तेमाल किया जा रहा है। कोविशिल्ड की आपूर्ति सभी राज्यों में की गई है जबकि कोवैक्सीन केवल 12 राज्यों में भेजी गई है। मंत्रालय ने कहा कि चूंकि यह टीकाकरण का पहला दिन था इसलिए कुछ समस्याएं भी सामने आईं। कुछ स्थानों पर लाभार्थी सूची अपलोड करने में देरी हुई... मंत्रालय ने बताया कि पहले दिन देशभर में कुल 16,755 कर्मचारियों ने इस महाभियान में मदद की।
आला हस्तियों ने लगवाई वैक्सीन
टीकाकरण के पहले दिन स्वास्थ्य क्षेत्र की आला हस्तियों ने भी वैक्सीन लगवाई। इसमें सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ अदार पूनावाला, एम्स दिल्ली के निदेशक रणदीप गुलेरिया, मेदांता अस्पताल के चेयरमैन नरेश त्रेहान, भारतीय चिकित्सा संस्थान (एमसीआई) के पूर्व अध्यक्ष डॉक्टर केतन देसाई और भाजपा सांसद महेश शर्मा शामिल थे। सभी ने कोविड वैक्सीन को पूरी तरह सुरक्षित बताया और अफवाहों से बचने की सलाह दी।