अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और जो बाइडेन के बीच जारी विवाद रुकने का नाम नहीं ले रहा है। ट्रंप ने अपने खिलाफ मंगलवार को अमेरिकी संसद में पेश किए गए महाभियोग के बाद राजधानी वॉशिंगटन में आपातकाल का ऐलान कर दिया है। वॉशिंगटन में 20 जनवरी को उनके प्रतिद्वंद्वी जो बाइडेन राष्ट्रपति पद की शपथ लेने वाले हैं। ऐसे में ट्रंप के आपातकाल के ऐलान पर भी जमकर सियासी घमासान छिड़ने की आशंका है। ट्रंप ने वॉशिंगटन में आपातकाल का फैसला बाइडेन के 20 जनवरी को शपथ ग्रहण समारोह से पहले और उस दौरान हिंसा होने की आशंका को लेकर लिया है। राजधानी में ट्रंप समर्थकों की हिंसा को लेकर स्थानीय पुलिस एवं संघीय जांच अधिकारी भी चिंता जता चुके हैं। अब 20 जनवरी को होने वाले जो बाइडेन और कमला हैरिस के शपथ ग्रहण समारोह पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। ट्रंप ने यह घोषणा ऐसे समय में जारी की है, जब पिछले सप्ताह उनके समर्थकों की भीड़ ने कैपिटल बिल्डिंग (अमेरिकी संसद भवन) पर हमला कर दिया था। इस हमले से राष्ट्रपति तथा उपराष्ट्रपति के पदों के लिए जो बाइडेन एवं कमला हैरिस के निर्वाचन को सत्यापित करने की प्रक्रिया बाधित हुई। इस दौरान हुई हिंसा में पांच लोगों की मौत हो गई थी। वाइट हाउस के अनुसार, आपातकालीन घोषणा आवश्यक आपातकालीन उपायों के लिए उचित सहायता भी प्रदान करती है। इसके तहत लोगों की जान बचाने और संपत्ति और सार्वजनिक स्वास्थ्य और सुरक्षा की रक्षा के लिए उपाय किए जाएंगे। इसके तहत विशेष रूप से फेमा को आपातकाल के प्रभावों को कम करने के लिए आवश्यक सुविधाएं प्रदान करने के लिए अधिकृत किया गया है।
एफबीआई और नेशनल गार्ड्स जता चुके हैं हिंसा की आशंका
एफबीआई ने कैपिटल बिल्डिंग में पिछले सप्ताह हुई हिंसा के बाद अब आगाह किया है कि अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन के कार्यभार संभालने के कुछ दिन पहले उसे वाशिंगटन सहित सभी 50 राज्यों की राजधानियों में हथियारबंद प्रदर्शन आयोजित करने की खबरें मिली है। यूएस नेशनल गा्र्डस ब्यूरो ने भी अगले सप्ताह दंगों की आशंका को लेकर आगाह किया है।