चीनी सेना ने पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा यानी एलएसी से सटे अंदरूनी इलाकों से अपने 10 हजार सैनिकों को वापस बुलाया है। आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार बताया कि चीन ने पूर्वी लद्दाख सेक्टर में दूसरी तरफ अपने पारंपरिक प्रशिक्षण क्षेत्रों से लगभग 10 हजार सैनिकों को वापस बुलाया है। हालांकि एलएसी पर फ्रंट लाइन इलाकों में कई मोर्चों पर भारत और चीन दोनों देशों के जवान आमने सामने तैनात हैं। इस बीच भारत ने तीन दिन पहले एलएसी पर पकड़े गए चीनी सैनिक को लौटा दिया है।
अप्रैल मई से बढ़ाई थी तैनाती
मालूम हो कि पूर्वी लद्दाख में पिछले साल अप्रैल मई से ही चीन ने एलएसी पर अपने सैनिकों का जमावड़ा बढ़ा दिया था। चीन के आक्रामक रुख को भांपते हुए भारत ने भी एहतियात के तौर पर बड़ी संख्या में अपने सैनिकों को तैनात कर दिया था। एलएसी पर जारी गतिरोध को खत्म करने के लिए दोनों देशों के बीच लगातार बातचीत जारी थी। बातचीत में चीन अपने सैनिकों को पीछे हटाने की बात तो करता था लेकिन इस पर अमल नहीं करता है। अब एकबार फिर चीन की ओर से सैनिकों को वापस बुलाने की बात सामने आई है।
भारी हथियारों की तैनाती बरकरार
हालांकि सूत्रों का यह भी कहना है कि चीन की ओर से एलएसी पर भारी हथियारों की तैनाती अभी भी बनी हुई है। सूत्रों का कहना है कि एलएसी पर गहराई वाले क्षेत्रों से सैनिकों को हटाने की एक वजह अत्यधिक सर्दियां भी हो सकती हैं। अत्यंत ठंड वाले इलाकों में बड़ी संख्या में सैनिकों की तैनाती बड़ी चुनौती है। हालांकि कहना मुश्किल है कि फरवरी मार्च के महीने में तापमान में बढ़ोतरी होगी तो क्या चीन दोबारा अपने सैनिकों को एलएसी पर तैनात करेगा या नहीं... वैसे चीन पर इतना जल्द यकीन करना कठिन है।
दोनों देशों में बातचीत जारी
बीते दिनों विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने बताया था कि एलएसी पर तनाव घटाने के मसले पर भारत चीन के राजनयिक लगातार संवाद कर रहे हैं। यही नहीं बीते दिनों चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता सीनियर कर्नल तेन केफेई (Colonel Tan Kefei) ने कहा था कि एलएसी से सैनिकों की वापसी के मसले पर होने वाली कोर कमांडर स्तर की नौवें दौर की बैठक (Commander level meet) को लेकर भारत और चीन बातचीत कर रहे हैं।
भारत ने लौटाया चीनी सैनिक
इस बीच भारत ने तीन दिन पहले एलएसी पर पकड़े गए चीनी सैनिक को लौटा दिया है। सेना की ओर से जारी बयान के मुताबिक, लद्दाख में एलएसी पर चुशूल-मोल्डो सैन्य कैंप में इस चीनी सैनिक को सुबह (10 बजकर 10 मिनट पर) पीएलए के हवाले किया गया। बता दें कि बीते आठ जनवरी को इस चीनी सैनिक को पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे पर पकड़ा गया था।
लद्दाख में पकड़ा गया था चीनी सैनिक
भारतीय सेना ने उसे तुरंत कब्जे में लेते हुए सैन्य प्रोटोकाल का पालन करते हुए उससे पूछताछ शुरू की और सीमा का अतिक्रमण कर भारत में घुस आए उसके सैनिक के हिरासत में होने की चीनी सेना को जानकारी भी दी थी। अपने सैनिक के पकड़े जाने पर चीन ने भारत से उसे रिहा करने की मांग करते हुए सफाई दी कि अंधेरे में भटककर वह गलती से भारतीय सीमा में चला गया। सेना और सैन्य एजेंसियों ने चीनी सैनिक से गहन पूछताछ और पड़ताल के बाद सोमवार को उसे चीन को सौंप दिया।
पिछले साल भी एक चीनी सैनिक घुस आया था भारत
बीते चार महीने में चीनी सैनिक के एलएसी पार कर भारतीय सीमा में घुस आने की यह दूसरी घटना थी। इससे पहले गत वर्ष अक्टूबर में लद्दाख के ही चुमार-डेमचोक इलाके में एक चीनी सैनिक भारतीय सीमा में घुस आया था। चीन ने तब भी वांग या लांग नाम के इस सैनिक के भटककर गलती से भारतीय इलाके में चले जाने की बात कही थी और भारतीय सेना ने पूछताछ के बाद इस सैनिक को भी रिहा करते हुए चीन को सौंप दिया था।