कांग्रेस के दिग्गज नेता माधव सिंह सोलंकी (93) का शनिवार को निधन हो गया। वे चार बार गुजरात के मुख्यमंत्री रहे। पीवी नरसिम्हा राव सरकार में वे विदेश मंत्री भी रहे। गुजरात की राजनीति में उन्होंने क्षत्रिय, हरिजन, आदिवासी और मुस्लिम को लेकर एक नई रणनीति बनाई। इसे KHAM थ्योरी कहा जाता है। 1980 के दशक में सोलंकी इन्हीं चार समुदायों को साथ लेकर भारी बहुमत से साथ सत्ता में आए। सोलंकी के इस दांव से गुजरात का पटेल समुदाय उनसे दूर होता गया और भविष्य में भाजपा के साथ हो गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, ‘माधव सिंह सोलंकी अजेय नेता थे। उन्होंने दशकों तक गुजरात की राजनीति में अहम किरदार निभाया। समाज को मजबूत करने के लिए वे हमेशा याद किए जाएंगे। उनके बेटे भरत सिंह सोलंकी से बात हुई है। पूरे परिवार के साथ मेरी संवेदनाएं हैं।’ मोदी ने यह भी लिखा, ‘राजनीति के इतर सोलंकी को पढ़ने का भी शौक था। संस्कृति को लेकर भी वे जुनूनी थे। जब मैं उनसे मिलता था या बात होती थी, तो वे मुझे हालिया पढ़ी किताब के बारे में बताते थे। उनकी बातचीत को हमेशा संजोकर रखूंगा।’