अपनी तैयारियों का आकलन करने के लिए उत्तर प्रदेश और हरियाणा को छोड़कर पूरे देश के सभी जिलों में शुक्रवार को कोरोना वायरस टीकाकरण के लिए दूसरा ड्राई रन अभियान शुरू हो गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने आज कोविड-19 वैक्सीन के ड्राई रन की समीक्षा के लिए चेन्नई के राजीव गांधी सरकारी अस्पताल का दौरा किया।
इसके बाद मीडिया से बात करते हुए हर्षवर्धन ने कहा कि सरकार ने सुनिश्चित किया है कि राष्ट्रीय स्तर से लेकर जमीनी स्तर तक के लोगों को हर बात से अवगत कराया जाए। उन्होंने कहा, "लाखों स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षित किया गया और यह सिलसिला जारी है।" उनके साथ तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर सी विजयबास्कर भी उपस्थित थे।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने आगे कहा कि देश ने थोड़े समय में टीके विकसित करके अच्छा किया है और अगले कुछ दिनों में, निकट भविष्य में, हम अपने देशवासियों को ये टीके देने में सक्षम होंगे। उन्होंने कहा कि सबसे पहले यह हमारे हेल्थकेयर प्रोफेशनल को दिया जाएगा, जिसके बाद फ्रंटलाइन वर्कर्स होंगे।"
उन्होंने कहा कि 2 जनवरी को हमने देश के लगभग 125 जिलों में ड्राई रन चलाया और आज हम देश भर में यह कर रहे हैं। तीन राज्यों ने पहले ही ड्राई रन को पूरा कर लिया है। COVID19 टीकाकरण कार्यक्रम को सुचारू रूप से चलाने और लाभार्थियों तक इसे सही तरीके से पहुंचाने के लिए स्वास्थ्य क्षेत्र में काम करने वाले गैर सरकारी संगठन भी इसमें मदद करें।
हर्षवर्धन ने कहा, ''पोलियो के लिए तीन दिवसीय राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान 17 जनवरी से शुरू होगा। यह हमारे देश के विशेष रूप से पोलियो से संबंधित समग्र प्रतिरक्षा स्तर को बनाए रखने के लिए आवश्यक है।''
भारत के ड्रग रेगुलेटर ने रविवार को ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राज़ेनेका कोविशिल्ड और देश में स्वदेशी तौर पर विकसित भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी दे दी थी।
हालांकि, कांग्रेस और अन्य क्षेत्रीय दलों सहित विपक्ष ने सवाल उठाते हुए पूछा कि केंद्र सरकार ने चरण-3 परीक्षणों के बिना भारत बायोटेक के COVID-19 वैक्सीन को मंजूरी देने की जल्दी में क्यों दिखाई।