अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के खिलाफ इराक ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। यह वारंट जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या से जुड़े मामले में इराकी अदालत की ओर से जारी हुआ है। मालूम हो कि पिछले साल जनवरी में सुलेमानी की बगदाद अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के बाहर हत्या कर दी गई थी।
अदालत ने वॉशिंगटन के इशारे पर किए गए ड्रोन हमले की जांच के आदेश भी दिए हैं। इस हमले में जनरल सुलेमानी और अबु महदी अल मुहांदिस मारे गए थे. अरेस्ट वारंट पहले से तय हत्या के आरोपों को लेकर था, जिसमें आरोप सिद्ध होने पर मौत की सजा होती है। हालांकि, इसकी संभावना कम ही है, लेकिन ट्रंप के लिए इसे एक संकेत माना जा रहा है।
सुलेमानी और मुहंदिस के मारे जाने से अमेरिका और इराक के बीच राजनयिक संकट उत्पन्न हो गया था। इस घटना के बाद दोनों देशों के संबंधों में तल्खी आ गई थी। यह तल्खी अभी भी खत्म नहीं हुई है।
बीते 3 जनवरी को जनरल कासिम सुलेमानी और अबु महदी अल मुहंदिस की अमेरिकी ड्रोन हमले में मौत के एक वर्ष पूरा होने पर इराक में मातमी जुलूस निकाला गया था। बगदाद हवाई अड्डे की ओर जाने वाले मुख्य मार्ग पर हजारों की संख्या में लोगों ने मातमी जुलूस में हिस्सा लिया।
इस दौरान सड़क के दोनों ओर उनके पोस्टर लगे थे। इसके अलावा जुलूस में शामिल लोगों के भोजन के लिए टेंट लगाए गए थे। घटनास्थल को दरगाह जैसा बना दिया गया था और लाल रंग की रस्सियां लगाई गई थीं और बीच में सुलेमान व अल मुहंदिस की तस्वीरें रखी गई थीं। शोकाकुल लोगों ने यहां मोमबत्तियां जलाईं। हमले के निशान इलाके में अब भी स्पष्ट हैं।
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनी ने कहा था कि मेजर जनरल कासिम सुलेमानी की अमेरिकी ड्रोन हमले में हत्या ‘अमेरिका के लिए शर्म की बात है। खामेनी ने कहा, “उन्होंने चुपके से व कायरतापूर्वक जनरल सुलेमानी की आतंकवादी की तरह हत्या कर दी। यह अमेरिका के लिए शर्म की बात है।”