कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के कारण दुनियाभर में आर्थिक गतिविधियां ठप हो गई थीं। जिसके चलते चालू वित्त वर्ष के शुरुआती आठ महीने यानि अप्रैल-नवंबर 2020 के दौरान देश और उत्तर प्रदेश के निर्यात कारोबार में भी गिरावट दर्ज की गई। यूपी का निर्यात कारोबार भी उस दौरान पटरी से उतरा था। परन्तु लॉकडाउन से बाहर आने के बाद सीएम योगी द्वारा निर्यात कारोबार को बढ़ावा देने के बाबत लिए गए ठोस फैसलों के चलते अब फिर से यूपी का निर्यात कारोबार पटरी पर आने लगा है।
यही नहीं उत्तर प्रदेश निर्यात के क्षेत्र में लंबी छलांग लगाते हुए फिर से पांचवी रैंक पर पहुंच गया है। सूबे की सरकार के इन आंकड़ों के अनुसार कोरोना संकट के दौरान देश और प्रदेश के निर्यात में कमी आई। तो सीएम योगी के निर्देश पर राज्य में निर्यात कारोबार को बढ़ाने पर ध्यान केन्द्रित किया गया। जिसके चलते ही यूपी महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, बिहार, दिल्ली, केरल, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर जैसे राज्यों को पीछे छोड़ते हुए निर्यात के मामले में देश में पांचवी रैंक पर आ गया। अधिकारियों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, ईज ऑफ डूइंग बिजनेस तहत निर्यातकों को बड़ी सहूलियतें देने का प्रयास हुआ। जिलों को निर्यात हब के रूप में विकसित करने की तैयारी भी शुरू की गई। इसका असर हुआ और राज्य में कोरोना वायरस के दौरान ठप्प हो गए निर्यात कारोबार को गति मिली। देखते ही देखते कालीन अन्य टेक्सटाइल, फ्लोरकवरिंग, मीट, पीतल के सजावटी उत्पाद, खिलौने, लकड़ी उत्पाद के निर्यात में तेजी आ गई।