कोरोना की महामारी के दौरान कठिन दौर से गुजरे मुंबई के लोगों ने सरकार की ओर से जारी गाइडलाइंस का पालन किया। रात 11 बजे के बाद मुंबई के लगभग हर महत्वपूर्ण स्थान जैसे मरीन ड्राइव, गिरगांव चौपाटी, बांद्रा बैंडस्टैंड और जुहू बीच पूरी तरह खाली रहे। कोरोना वायरस की महामारी के बीच नए साल 2021 के स्वागत में जश्न के भी कई रंग देखने को मिले। कई शहरों में लोगों ने आधी रात आतिशबाजी कर नए साल का स्वागत किया। वहीं, कई शहरों में नए साल के स्वागत के लिए जिन स्थलों पर लोगों का जमघट लगा रहता था, वहां सन्नाटा पसरा नजर आया। ऐसे ही स्थल में से एक है जुहू बीच।
नए साल का स्वागत करने पहुंचने वाले लोगों से गुलजार रहने वाली जुहू चौपाटी पर इस बार सन्नाटा पसरा रहा। कोरोना की महामारी के दौरान कठिन दौर से गुजरे मुंबई के लोगों ने सरकार की ओर से जारी गाइड लाइंस का पालन किया। रात 11 बजे के बाद मुंबई के लगभग हर महत्वपूर्ण स्थान जैसे मरीन ड्राइव, गिरगांव चौपाटी, बांद्रा बैंडस्टैंड और जुहू बीच पूरी तरह खाली रहे। यहां तक कि मुंबई की सड़कें भी खाली रहीं। मुंबई नाइट लाइफ के लिए प्रसिद्ध है। पार्टियों का दौर सुबह 6 बजे तक चलता है। कोरोना की महामारी के कारण मुंबई में 5 जनवरी तक नाइट कर्फ्यू लागू है। मुंबई पुलिस ने धारा 144 लागू की है। इसका असर देखने को भी मिला। पार्टियों पर प्रतिबंध का असर इस कदर नजर आया कि होटल, रेस्टोरेंट और पब की कौन कहे, इमारत या सोसाइटी परिसर, घरों की छत पर भी पार्टियां नहीं हुईं।
मरीन ड्राइव, गिरगांव चौपाटी, बांद्रा बैंडस्टैंड, जुहू समुद्र तट पर आम दिनों में बड़ी तादाद में लोग पहुंचते थे। पूरी रात लोग नाचते-गाते थे, लेकिन इस बार ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। भीड़ बिल्कुल ना के बराबर नजर आई।