पाकिस्तान फिर तनाव में है। उसे लगता है कि भारत अगले कुछ दिनों में बड़ी कार्रवाई कर सकता है। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता आएशा फारूकी ने बकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा इमरान खान सरकार को इस तरह का डर है। हालांकि इसका ठोस कारण वो नहीं बता सकीं। फारूकी ने कहा कि तुर्की के राष्ट्रपति रिसेप तैयप एर्दोगान पाकिस्तान के दौरे पर हैं, इस दौरान भारत 'गैर जिम्मेदाराना' कार्रवाई कर सकता है।
पाक प्रवक्ता ने धमकी भी दे डाली। फारूकी ने कहा कि अगर भारत सरकार ने इस तरह की कोई कार्रवाई की तो पाकिस्तान इसका माकूल जवाब देगा। उन्होंने कहा कि तुर्की कश्मीर के मुद्दे पर पाकिस्तान के स्टैंड का समर्थन करता है, ये भारत को हजम नहीं हो रहा। फारूकी ने भारत से एक और डर का खुलासा किया। ये अमेरिका के साथ एयर डिफेंस सिस्टम पर होने वाली डील से है। उन्होंने कहा कि मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को 1.8 अरब डॉलर में एयर डिफेंस सिस्टम बेचने की मंजूरी दी है जो ठीक नहीं है।
पाकिस्तान के मुताबिक इससे दक्षिण एशिया में हथियारों की होड़ शुरू हो सकती है। इससे पहले रूस के साथ भी भारत ने S-400 मिसाइल सिस्टम की डील की है। इस पर अमेरिका ने आपत्ति जताई थी लेकिन मोदी सरकार टस से मस नहीं हुई। रूस ने यही सौदा तुर्की के साथ भी किया है। भारत ने इस प्रणाली के लिए रूस को 6000 करोड़ की पहली किस्त का भुगतान कर दिया है और अब वह बिना विलंब इसे अपने खेमे में शामिल करना चाहता है। यह मिसाइल सिस्टम 380 किलोमीटर की रेंड में जेट्स, जासूसी प्लेन, मिसाइल और ड्रोन्स की निशानदेही ट्रैंक और नष्ट कर सकता है। 40 हजार कोरड़ रुपए का ये सौदा दुनिया की सबसे बड़ी डिफेंस डील में शामिल है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप 24 फरवरी को भारत दौरे पर आ रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनके प्रगाढ़ रिश्ते पाकिस्तान के लिए परेशानी का बड़ा कारण है। ट्रंप प्रशासन ने आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान पर नकेल कसा है। कंगाली के डर से फाइनान्सियल एक्शन टास्टक फोर्स की शर्तें पूरी करने के लिए पाकिस्तान जद्दोजहद कर रहा है। दो दिन पहले ही पाकिस्तान में आतंकवाद रोधी अदालत ने हाफिज मोहम्मद सईद को पांच साल की सजा सुनाई है। सईद मुंबई हमलों का मास्टरमाइंड है। अमेरिका ने कहा है कि पाकिस्तान को और कार्रवाई करने की जरूरत है।