प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को साल के आखिरी दिन देशवासियों को तीन प्रमुख बातें बताईं। उन्होने कहा कि साल 2021 कोविड के इलाज की आशा लेकर आ रहा है। पीएम ने कहा, “साल 2020 में संक्रमण की निराशा थी, चिंताएं थी, चारों तरफ सवालिया निशान थे, लेकिन 2021 इलाज की आशा लेकर आ रहा है।” उन्होने कोरोना वैक्सीन को लेकर कहा कि उसकी तैयारियां तेज गति से चल रहीं हैं। प्रधानमंत्री मोदी अबतक अपने हर संबोधन में ‘दो गज की दूरी’ का जिक्र करते आए थे। नए साल से पहले उन्होंने इस मंत्र को बदल दिया है। आइए जानते हैं साल के आखिरी दिन पीएम मोदी के संबोधन की तीन प्रमुख बातें।
कोरोना वैक्सीन पर फैलाई जाएंगी अफवाहें, बरतें सावधानी
पीएम मोदी ने कहा, “वैक्सीन को लेकर भारत में हर जरूरी तैयारियों चल रही है। भारत में बनी वैक्सीन तेजी से हर जरूरी वर्ग तक पहुंचे, इसके लिए कोशिशें अंतिम चरणों में हैं। दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान चलाने के लिए भारत की तैयारियां जोरों पर हैं। जिस तरह बीते साल संक्रमण से रोकने के लिए हमने एकजुट होकर प्रयास किए, उसी तरह टीकाकरण को सफल बनाने के लिए पूरा भारत एकजुटता के साथ आगे बढ़ेगा।”
हिदायत भी देकर गए प्रधानमंत्री
कोरोना वैक्सीन लांचिंग की अटकलों के बीच पीएम मोदी ने कहा, “हमारे देश में अफवाहों का बाजार जरा तेज रहता है। भांति-भांति के लोग अपने निजी स्वार्थ के लिए अफवाहें फैलाते रहते हैं। हो सकता है जब वैक्सीन का काम शुरू हो , तो भी अफवाहों को बाजार उतनी ही तेज चले। किसी को बुरा दिखाने के लिए, न जाने अनगिनत काल्पनिक झूठ फैलाए जाएंगे। कुछ मात्रा में तो शुरू भी हो गया है। भोले-भाले गरीब लोग बड़े कन्विक्शन के साथ इसे फैलाते हैं। कोरोना के खिलाफ एक अनजान दुश्मन के खिलाफ लड़ाई है। मेरा देश के लोगों से आग्रह है कि अफवाहों के बाजार का गर्म न होने दें। सोशल मीडिया में कुछ भी देखे बिना फॉरवर्ड न करें।”
कोरोना पर दिया नया मंत्र
साल के आखिरी दिन, पीएम मोदी ने देशवासियों को कोविड से लड़ाई का नया मंत्र दिया। उन्होने कहा, “मैं पहले कहता था,- जब तक दवाई नहीं, तब तक ढिलाई नहीं। बार बार कहता है। अब दवाई सामने दिख रही है। कुछ ही समय का सवाल है। अब मैं फिर से कहूंगा- दवाई भी, कड़ाई भी। कड़ाई भी बरतनी है और दवाई भी लेनी है। दवाई आ गई तो छूट मिल गई, इस भ्रम में मत रहना। दुनिया यही कहती है। वैज्ञानिक यही करते हैं। इसलिए 2021 का मंत्र रहेगा, दवाई और कड़ाई