बिहार विधानसभा चुनाव में 7वीं बार सीएम बनने के बाद नीतीश कुमार ने एक चौंकाने वाला फैसला लिया है। नीतीश कुमार ने अपने करीबी रामचंद्र प्रसाद उर्फ (आरसीपी) को जेडीयू का राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त कर दिया है। गृह जिले नालंदा से आने वाले और नीतीश के बेहद करीबी रामचंद्र प्रसाद सिंह उर्फ आरसीपी अब जेडीयू के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष होंगे। खुद नीतीश कुमार ने इस बारे में राष्ट्रीय कार्यकारिणी में प्रस्ताव रखा जिसे सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से पारित कर दिया है।
आरसीपी पहली बार जेडीयू के प्रमुख बनाए गए हैं, जिससे बिहार की सियासत में यह बहुत चौंकाने वाला फैसला भी माना जा रहा है। विधानसभा चुनाव में एनडीए में शामिल होकर जेडीयू ने सरकार बनाई है, जिसके बाद से ही नीतीश पार्टी की कमान किसी दूसरे को सौंपने का मन बना रहे थे।
जानिए कौन हैं आरसीपी सिंह
आरसीपी सिंह का पूरा नाम रामचंद्र प्रसाद सिंह है. वे बिहार से जेडीयू कोटे से राज्यसभा सांसद हैं। नीतीश के जिले नालंदा के रहने वाले आरसीपी सिंह पहले यूपी कैडर में आईएएस अफसर थे और नीतीश सरकार में प्रिंसिपल सेक्रेटरी रह चुके हैं। 62 वर्षीय आरसीपी सिंह वे अवधिया कुर्मी जाति से आते हैं।
नीतीश के जिले नालंदा के मुस्तफापुर के रहने वाले हैं। सिविल सर्विस के दौरान आरसीपी सिंह यूपी सरकार में काफी अहम विभागों में काम कर चुके हैं। उन्हें नीतीश का खास माना जाता है। बिहार में नीतीश सरकार के साथ वे पहले प्रिंसिपल सेक्रेटरी के रूप में जुड़े फिर सियासत में आए और अब जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए गए हैं।
बता दें, बिहार चुनाव के समय सीटों का बंटवारे और प्रत्याशियों के चयन को लेकर CM नीतीश कुमार आरसीपी सिंह पर सबसे ज्यादा भरोसा करते थे। आरसीपी सिंह पिछले दो बार से राज्यसभा के सदस्य हैं. वह पहली बार 2010 में राज्यसभा गए थे और उसके बाद 2016 में फिर से उन्हें नीतीश कुमार ने भेजा था।