राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने सोमवार को आगामी पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए एक करारी हार की भविष्यवाणी की। किशोर ने कहा कि पार्टी चुनाव में दोहरे अंक को भी पार करने के लिए संघर्ष करेगी। प्रशांत किशोर के ट्वीट के तुरंत बाद पश्चिम बंगाल के भाजपा प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने उनपर जमकर कटाक्ष किया है।
प्रशांत किशोर ने कहा, ''सहयोगी मीडिया के एक वर्ग द्वारा सभी प्रचार के साथ वास्तव में बीजेपी पश्चिम बंगाल में दोहरे अंक को भी पार करने के लिए संघर्ष करेगी।'' उन्होंने कहा कि मेरे इस ट्वीट को सेव करके रख लें और अगर मैं गलत साबित हो जाता हूं तो ट्विटर छोड़ दूंगा।
19 दिसंबर को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के राज्य के दौरे के दौरान भाजपा में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के दिग्गज शुवेंदु अधिकारी सहित कई नेताओं के शामिल होने के बाद प्रशांत किशोर का ट्वीट आया। सत्ताधारी टीएमसी, वाम दल और कांग्रेस के नेता 2021 के लिए विधानसभा चुनावों से पहले भाजपा में शामिल हो गए।
प्रशांत किशोर भारतीय राजनीतिक कार्रवाई समिति (I-PAC) के प्रमुख हैं। उनके कई अभियानों के कारण कई दलों को महत्वपूर्ण जीत मिली है। 2011 में गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए उनका पहला प्रमुख अभियान था।
प्रशांत किशोर के ट्वीट के तुरंत बाद, पश्चिम बंगाल के भाजपा प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, 'भाजपा की बंगाल में जो सुनामी चल रही हैं, सरकार बनने के बाद इस देश को एक चुनाव रणनीतिकार खोना पड़ेगा।'
अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों में भाजपा राज्य में टीएमसी के लगभग एक दशक के लंबे शासन को समाप्त करना चाहती है। 2019 के आम चुनावों में भले ही पश्चिम बंगाल उन कुछ राज्यों में से एक था, जहां भाजपा गहरी पकड़ बनाने में सक्षम नहीं थी, लेकिन टीएमसी सरकार के स्पष्ट विरोध के रूप में उसने 42 में से 18 लोकसभा सीटें जीती थीं।