किसानों को लेकर हरकत में केंद्र सरकार

दिल्ली की सरहदों पर किसानों का प्रदर्शन थमा नहीं है. सरकार के मंत्रीयों के बीच भी बातचीत का दौर जारी है. केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों   के खिलाफ जारी किसानों के प्रदर्शन के बीच केंद्रीय मं त्री नरेंद्र सिंह तोमर  और सोमप्रकाश ने रविवार को गृह मं त्री अमित शाह   से मुलाकात की. यह जानकारी अधिकारियों ने दी. वहीं, किसान नेता राकेश टिकैत ने प्रदर्शनों में गलत लोगों के शामिल होने पर सतर्क रहने की बात कही है.भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा, हमें नजर रखनी होगी कि हमारे बीच गलत लोग न आ जाएं. हमारे सभी युवाओं को सतर्क रहना होगा. अगर सरकार बात करना चाहती है, तो हम एक समिति गठित करेंगे और आगे के फैसले लेंगे। 

पंजाब के भाजपा नेता भी थे शामिल

इस मुलाकात में मंत्रीयों के साथ पंजाब के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता भी शामिल थे. एक अधिकारी ने बताया कि तोमर और सोमप्रकाश ने गृह मंत्री से मुलाकात की. हालांकि, अभी तक यह अभी पता नहीं चल सका है कि बैठक में क्या बातचीत हुई. कृषि मं त्री तोमर, सोमप्रकाश और पीयूष गोयल ने प्रदर्शनकारी किसानों के साथ वार्ता में सरकार का नेतृत्व किया था.

राजस्थान के हजारों किसान दिल्ली पहुंचेंगे

किसान नेता कमलप्रीत सिंह ने कहा कि रविवार को राजस्थान के हजारों किसान आंदोलन को समर्थन देने के लिए दिल्ली आ रहे हैं। इस दौरान वे दिल्ली-जयपुर हाईवे को ब्लॉक करेंगे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने हमारे आंदोलन खत्म करने के लिए कई हथकंडे अपनाए, लेकिन हमने सब फेल कर दिया।

कमलप्रीत ने कहा कि सरकार ने हमें बांटने की भरपूर कोशिश की। जीत मिलने तक हम लोग शांतिपूर्ण प्रदर्शन करेंगे। 14 दिसंबर को सिंघु बॉर्डर पर कई किसान नेता एक साथ मंच पर आएंगे और भूख हड़ताल करेंगे। हमारी मांग है कि तीनों कानूनों को वापस लिया जाए। हम किसी भी तरह के बदलाव के पक्ष में नहीं हैं।

पंजाब के डीआईजी का इस्तीफा

किसानों के समर्थन में पंजाब के डीआईजी  (जेल) लखमिंदर सिंह जाखड़ ने रविवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। एडीजीपी  (जेल) पीके सिन्हा ने इस्तीफे की कॉपी मिलने की पुष्टि की है। लखमिंदर ने लिखा कि प्रदेश के किसान परेशान हैं। ठंड में खुले आसमान के नीचे सड़कों पर बैठे हैं। मैं खुद एक किसान का बेटा हूं, इसलिए इस आंदोलन का हिस्सा बनना चाहता हूं। तुरंत प्रभाव से पदमुक्त करें, ताकि दिल्ली जाकर अपने किसान भाइयों के साथ मिलकर अपने हक के लिए लड़ सकूं।

 आज  किसानों का  10 घंटे का अनशन

कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन का आज यानी रविवार को 18वां दिन है। किसान नेताओं ने शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने ऐलान किया कि सोमवार को दिल्ली बॉर्डर पर सभी किसान नेता सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक अनशन करेंगे। इसके अलावा सभी डिस्ट्रिक्ट हेडक्वार्टर पर प्रदर्शन किया जाएगा।

 

प्रकाशित तारीख : 2020-12-14 07:27:00

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