एसआईआई के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा है कि भारत में जनवरी, 2021 तक कोरोना वायरस का टीकाकरण अभियान शुरू हो सकता है। यह संभावना उन्होंने रविवार को द इकनॉमिक टाइम्स ग्लोबल सम्मिट के दौरान कही। साथ ही उम्मीद जताई कि भारत में हर किसी को वैक्सीन मिलेगी, जबकि अक्टूबर 2021 तक पहले (कोरोना संकट के पहले के) जैसे हालात लौट सकते हैं।
बकौल पूनावाला,इस महीने के अंत तक हम कोरोना वैक्सीन के लिए इमरजेंसी लाइसेंस पा सकते हैं, पर बड़े स्तर पर इस्तेमाल के लिए असल लाइसेंस चाहिए होगा, जो कि हो सकता है कि बाद में मिले। हालांकि, हमें यकीन है कि अगर नियामक संस्थाओं ने मंजूरी दे दी है, तब भारत में टीकाकरण अभियान जनवरी 2021 तक शुरू हो सकता है।
भारत में कोरोना के केस 98.57 लाख: भारत में कोविड-19 से अब तक संक्रमित हुए लोगों की कुल संख्या बढ़कर 98.57 लाख हो गई है, निमें से 93.57 लाख लोग बीमारी से उबर चुके हैं और इसके साथ ही लोगों के संक्रमणमुक्त होने की राष्ट्रीय दर बढ़कर 94.93 प्रतिशत हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मं ाालय के रविवार सुबह आठ बजे के अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण के 30,254 नए मामले सामने आने के बाद अब तक संक्रमित हुए लोगों की कुल संख्या बढ़कर 98,57,029 हो गई है, निमें से 391 और लोगों की मौत होने के बाद संक्रमण से मरने वाले लोगों की कुल संख्या बढ़कर 1,43,019 हो गई।
कोरोना वैक्सीन को लेकर दिशा-निर्देश जारी
कोरोना वायरस का कहर झेल रही दुनिया को वैक्सीन से बड़ी उम्मीदें हैं। अलग-अलग देशों में कई टीके बनाने का काम जोरों पर है और इस काम में कई संस्थानों को सफलता भी हाथ लगी है। भारत में भी तीन-चार कोविड टीके उपलब्ध कराने की कवायद चल रही है। इन संस्थानों की वैक्सीन के इस्तेमाल के लिए रेग्युलेटरी अप्रूवल की प्रक्रिया पूरी की जा रही है।
इस बीच केंद्र सरकार ने कोरोना वैक्सीन को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए हैं। गाइडलाइंस में बताया गया है कि भारत में किसको और कैसे वैक्सीन दी जाएगी। उधर, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा है कि पहले चरण में अगले साल जुलाई तक 30 करोड़ लोगों का टीकाकरण हो जाएगा।
कोरोना वैक्सीन पर केंद्र की गाइडलाइंस में काम की बातें
- सबसे पहले कोरोना वैक्सीन देने की प्राथमिक तैयारी हेल्थकेयर वर्कर्स (1 करोड़), फ्रंटलाइन वर्कर्स (2 करोड़) और 50 साल से ऊपर (26 करोड़) के लोगों के लिए होगी। वहीं, इसको 50 वर्ष से कम आयु के लोगों द्वारा महामारी की स्थिति के आधार पर किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित मरीजों (1 करोड़) का भी टीकाकरण किया जाएगा। इसके बाद वैक्सीन की उपलब्धता के आधार पर शेष आबादी का टीकाकरण किया जाएगा।
-केंद्र सरकार का कहना है कि कोरोना वायरस वैक्सीन देने की प्रक्रिया चुनाव की तरह होगी। हर वैक्सीन साइट पर 5 वैक्सीन ऑफिसर होंगे। इनमें एक सुरक्षाकर्मी, एक अधिकारी वेटिंग, एक वैक्सीनेशन और एक निगरानी के लिए होगा।'
- टीकाकरण की प्राथमिकता के आधार पर 50 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोगों को पहले चरण में टीके लगाए जाएंगे। संभव है कि 50 से 60 वर्ष और फिर 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों को दो श्रेणियों में बांट दिया जाए। यह वैक्सीन की उपलब्धता के आधार पर तय होगा।