एशियाई विकास बैंक ने गुरुवार को भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए अपने अनुमानों को संशोधित करते हुए कहा कि वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान 8' संकुचन देखने को मिल सकता है, जबकि पहले इसके नौ प्रतिशत रहने की बात कही गई थी। एडीबी ने सितंबर माह में भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर अनुमान लगाया था कि चालू वित्त वर्ष 2020-21 में देश की अर्थव्यवस्था में 9 फीसदी की गिरावट आ सकती है।
अर्थव्यवस्था सामान्य स्थिति की ओर लौट रही
एशियाई विकास परिदृश्य (एडीओ) की अनुपूरक रिपोर्ट में कहा गया कि अर्थव्यवस्था सामान्य स्थिति की ओर लौट रही है और दूसरी तिमाही में संकुचन 7.5 प्रतिशत रहा, जो उम्मीद से बेहतर है। कोरोना वायरस महामारी के चलते अर्थव्यवस्था में चालू वित्त वर्ष की जून तिमाही के दौरान 23.9 प्रतिशत का संकुचन हुआ था। रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त वर्ष 2020 के लिए जीडीपी के अनुमानों को नौ प्रतिशत संकुचन से बढ़ाकर आठ प्रतिशत कर दिया गया है, और दूसरी छमाही में जीडीपी के एक साल पूर्व के समान रहने का अनुमान है। वित्त वर्ष 2020-21 के लिए वृद्धि का अनुमान आठ प्रतिशत पर यथावत है।
आरबीआई का अनुमान
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने भी चालू वित्त वर्ष (2020-21) के संशोधित पूर्वानुमान में आर्थिक वृद्धि दर के -7.5 फीसदी रहने की संभावना जाहिर की है, जबकि पहले इसके पहले -9.5 फीसदी रहने का पूर्वानुमान जताया गया था। भारतीय अर्थव्यवस्था सितंबर तिमाही में लगाए गए अनुमान के मुकाबले ज्यादा तेजी से रिकवरी कर रही है। इसका एक कारण विनिर्माण के क्षेत्र में उछाल आना है, जो जीडीपी को 7.5 फीसदी के कम सिकुड़न वाले स्तर पर पहुंचने में मदद कर रहा है और आगे बेहतर उपभोक्ता मांग के लिए उम्मीदें पैदा कर रहा है।