नए कृषि कानूनों के विरोध में किसान आंदोलन जारी है। इसी बीच इस आंदोलन की आड़ में सियासतदान अपनी राजनैतिक रोटियां भी सेंकने में जुटे हुए हैं। हालांकि, आंदोलनरत किसान किसी भी प्रकार से अपने आंदोलन को राजनैतिक शक्ल नहीं बनना देना चाहते हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सिंघु बॉर्डर पहुंचे। वहां उन्होंने कहा कि वह यहां मुख्यमंत्री के तौर पर नहीं बल्कि सेवादार बनकर आए हैं। लेकिन सोशल मीडिया पर सीएम केजरीवाल को लोग घेरने लगे हैं।
दरअसल, नए कृषि कानून का विरोध हर रोज तेज होता जा रहा है। मंगलवार को किसानों ने भारत बंद का भी आवाहन किया है। इसी बीच सोमवार सुबह दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल किसानों से मिलने पहुंचे।
केजरीवाल के साथ डेप्युटी सीएम मनीष सिसोदिया भी किसानों को आश्वासन देते दिखे। केजरीवाल ने किसानों से मुलाकात कर वहां की सुविधाओं का जायजा लिया और किसानों से कहा कि उनकी सरकार किसानों की सेवादार है। जबकि कुछ ही दिन पहले केजरीवाल सरकार ने तीन नए कृषि कानून में से एक को दिल्ली में लागू कर दिया था। एक दिसंबर को बताया गया था कि दिल्ली सरकार ने तीन केंद्रीय कृषि कानूनों में से एक की अधिसूचना जारी कर दी है जबकि बाकी दो अन्य पर विचार किया जा रहा है। दिल्ली सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि कृषि उत्पादन व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन एवं सुविधा) कानून, 2020 को 23 नवंबर को अधिसूचित किया गया था।