किसान संगठनों की ओर से बुलाए गए 'भारत बंद' के दौरान शांति बनी रहे और किसी तरह की हिंसा या उपद्रव नहीं हो इसे लेकर केंद्र सरकार बेहद सतर्क है। सरकार ने 'भारत बंद' के मद्देनजर सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को एडवाइजरी जारी की है। अधिकारियों ने बताया कि सरकार ने अपने दिशा-निर्देश में कहा है कि आज 'भारत बंद' के दौरान सुरक्षा कड़ी करते हुए सभी जगह शांति सुनिश्चित की जाए।
केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से जारी देशव्यापी दिशा-निर्देश में कहा गया कि राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेश के प्रशासकों को सुनिश्चित करना चाहिए कि कोरोना से बचाव को लेकर जो गाइडलाइन पहले जारी की गई है उसका पालन किया जाए। साथ ही प्रदर्शनों के दौरान शारीरिक दूरी बरकरार रखी जाए। राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों को 'भारत बंद' के मद्देनजर शांति बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं।
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने सोमवार को बताया कि राज्यों से कहा गया है कि 'भारत बंद' के दौरान शांति भंग नहीं हो इसको लेकर पहले से ही एहतियाती कदम उठाए जाएं। साथ ही कड़ी चौकसी रखी जाए ताकि कहीं भी कोई अप्रिय घटना नहीं हो।
आज किसान संगठनों ने 'भारत बंद' का आह्वान किया है। किसानों की ओर से बुलाए गए 'भारत बंद' का कांग्रेस, राकांपा, द्रमुक, सपा, टीआरएस और वामपंथी दलों जैसी बड़ी पार्टियों ने समर्थन किया है।
हजारों की संख्या में किसान दिल्ली के सीमावर्ती इलाकों में प्रदर्शन कर रहे हैं। सरकार किसान नेताओं के साथ पांच दौर की बातचीत कर चुकी है,लेकिन आंदोलन खत्म नहीं हो पाया है। किसान संगठनों के नेता तीनों कृषि कानून को रद्द करने मांग पर अड़े हुए हैं।
3 बजे तक करेंगे चक्का जाम
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि भारत बंद के तहत सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक चक्काजाम किया जाएगा, ताकि कर्मचारी दफ्तर जा सकें और उन्हें परेशानी न हो।11 बजे तक
ज्यादातर लोग ऑफिस पहुंच जाते हैं और 3 बजे छुट्टी होना शुरू हो जाती है।
किसानों के इस भारत बंद को अब तक आठ राज्य सरकारों का समर्थन मिल गया है। इनमें दिल्ली, पंजाब, राजस्थान, झारखंड, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, केरल और महाराष्ट्र सरकार शामिल हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने किसानों की मांगों का समर्थन किया है, लेकिन भारत बंद को समर्थन नहीं दिया है।
इस बीच, किसान संगठनों ने भी साफ कर दिया है कि भारत बंद के दौरान किसानों के मंच पर किसी भी राजनीति दल के नेता को जगह नहीं दी जाएगी।
किसान संगठनों ने कहा- लोग परेशान नहीं होंगे
आम लोग रोज की तरह अपने ऑफिस जा सकेंगे। रास्ते में उन्हें परेशान नहीं किया जाएगा। एंबुलेंस और विवाह समारोहों में किसी तरह की रुकावट नहीं डाली जाएगी। भारत बंद के दौरान किसी तरह का उपद्रव नहीं होगा। शांतिपूर्ण प्रदर्शन किए जाएंगे।
कानून के समर्थन में कई संगठन
इधर भारत बंद से पहले हरियाणा के कुछ किसान संगठनों ने सोमवार शाम केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मुलाकात की। इन किसान संगठनों ने केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों का समर्थन किया। किसान संगठनों ने इस संबंध में कृषि मंत्री को एक ज्ञापन भी सौंपा जिसमें नए कानूनों को रद्द नहीं करने की मांग की गई है।