केंद्र की भाजपा के नेतृत्व वाली एडीए सरकार ने किसान आंदोलन पर विपक्ष पर दोहरा चरित्र का आरोप लगाते हुए घेरा है। भाजपा ने आरोप लगाया कि विपक्षी दल दोहरा रवैया अपना रहे हैं। एक वक्त कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार एमएसपी ऐक्ट में बदलाव की मांग कर रही थी अब वही कांग्रेस किसान आंदोलन का समर्थन कर रही है।
किसानों की जमीन पूरी तरह सुरक्षित
केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि किसानों की जमीन नए कानून में पूरी तरह सुरक्षित है। उन्होंने कहा, 'ये पूरा कानून किसानों के लिए सहूलियत देता है और भरोसा करता है। किसानों की जमीन पूरी तरफ सुरक्षित है। दोहरा चरित्र और दोहरा रवैया विपक्षी दल अपना रहे हैं।'
कांग्रेस पर जमकर वार
प्रसाद ने कहा कि आज हम विपक्षी दलों, विशेषकर कांग्रेसऔर उनके सहयोगी दलों के शर्मनाक दोहरे चरित्र को देश के सामने बताने आए हैं। आज जब इनका राजनीतिक वजूद खत्म हो रहा है तो अपना वजूद बचाने के लिए ये किसी भी विरोधी आंदोलन में शामिल हो जाते हैं। जब शरद पवार कृषि मंत्री थे तो उन्होंने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखकर मार्केट इन्फ्रास्ट्रक्चर में निजी क्षेत्र की भागीदारी को लेकर पत्र लिखा था। प्रसाद ने कहा, 'कांग्रेस पार्टी ने 2019 के चुनाव में अपने चुनाव घोषणा पत्र में साफ-साफ कहा है कि एग्रीकल्चर प्रोड्यूस मार्केट एक्ट को समाप्त करेगी और किसानों को अपनी फसलों के निर्यात और व्यापार पर सभी बंधनों से मुक्त करेगी।'
पवार पर भी किया हमला
शरद पवार जब देश के कृषि और उपभोक्ता मामलों के मंत्री थे तो उन्होंने देश के सारे मुख्यमंत्रियों को चिठ्ठी लिखी थी। जिसमे उन्होंने लिखा था कि मंडी एक्ट में बदलाव जरूरी है, प्राइवेट सेक्टर का आना जरूरी है, किसानों को कहीं भी अपनी फसल बेचने का अवसर मिलना चाहिए। शरद पवार ये बोल रहे थे कि अगर आप सुधार नहीं करोगे तो हम वित्तीय समर्थन देना बंद कर देंगे। उस समय सरकार का समर्थन सपा, बसपा, रादज और अन्य दल कर रहे थे।
केजरीवाल पर भी बरसे
प्रसाद ने कहा कि केजरीवाल की सरकार ने कृषि कानून को नोटिफाई करके दिल्ली में लागू कर दिया है। इधर आप विरोध कर रहे हैं और उधर आप गजट निकाल रहे हैं। यह दोहरा चरित्र दिखाता है।