नेपाल में सत्तारूढ़ नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (एनसीपी) की केन्द्रीय सचिवालय की बहुप्रतीक्षित बैठक बिना किसी नतीजे के समाप्त हो गई । प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली की पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' के साथ आमने-सामने की बैठक दोनों के बीच राजनीतिक खींचतान को समाप्त करने में विफल रही। एनसीपी के प्रवक्ता नारायण काजी श्रेष्ठ ने बताया कि प्रधानमंत्री के सरकारी आवास पर हुई बैठक में फैसला लिया गया कि काठमांडू के धुंबराही में पार्टी के केन्द्रीय कार्यालय में आयोजित होने वाली स्थायी समिति की बैठक में सभी एजेंडों पर चर्चा की जाएगी। उन्होंने बताया कि केन्द्रीय सचिवालय की बैठक में पार्टी की समस्याओं पर चर्चा की गई लेकिन कोई निष्कर्ष नहीं निकल सका।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि एनसीपी के कार्यकारी अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री प्रचंड ने प्रधानमंत्री और पार्टी के अध्यक्ष ओली के साथ केन्द्रीय सचिवालय की बैठक में शामिल होने से पहले लगभग चार घंटे तक बैठक की। पार्टी की सचिवालय बैठक में 13 नवंबर को अपने 19 पृष्ठ के राजनीतिक दस्तावेज में प्रचंड ने सरकार और पार्टी दोनों को समुचित ढंग से चलाने में विफल रहने के लिए ओली की निंदा की थी। उन्होंने ओली पर भ्रष्टाचार का भी आरोप लगाया था।
ओली ने हालांकि इन आरोपों को खारिज किया था और प्रचंड को भ्रष्टाचार के आरोपों को कानूनी रूप से साबित करने की चुनौती दी थी। प्रधानमंत्री ने प्रचंड द्वारा लगाए गए आरोपों के जवाब में 38 पेज अपना एक अलग राजनीतिक दस्तावेज सौंपा था।