शनिवार को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने कहा कि सार्वजनिक सेवा के लिए समर्पित बिना किसी भेदभाव के सामाजिक कार्य करना मनुष्य का धर्म है। अगर सभी लोग इसी प्रकार मिलकर कार्य करते हैं तो समाज में कोई वंचित व्यक्ति उपेक्षित नहीं रहेगा। शनिवार को राजभवन में मोबाइल चिकित्सा वैन के उद्घाटन का कार्यक्रम आयोजित किया था। वैन का उद्घाटन करने के बाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने यह बात कही। अपने संबोधन ने उन्होंने कहा कि एचआईवी एड्स अनुसंधान और सुरक्षा केंद्र ने चिकित्सा सुविधाओं के लिए जरूरतमंद और गरीब लोगों को मोबाइल मेडिकल वैन दान करके संस्था ने अपनी सामाजिक जिम्मेदारी साबित की है।
राज्यपाल ने कहा कि आरके एचआईवी एड्स अनुसंधान और सुरक्षा संस्थान के माध्यम से मुंबई के 20 झोपड़पट्टियों क्षेत्रों में चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने के लिए जो मोबाइल चिकित्सा वैन शुरू की है, उसका बड़ी संख्या में जरुरतमंदों को लाभ मिलेगा। इसके साथ ही जीआईसी द्वारा अपने सामाजिक दायित्व निधि से मुंबई और सूरत के विभिन्न हिस्सों में जरूरतमंद और गरीब लोगों को मुफ्त चिकित्सा देखभाल और दवा उपलब्ध कराने के लिए एक मोबाइल एंबुलेंस समर्पित की है, यह सराहनीय कार्य है। राज्यपाल कोश्यारी ने कहा कि कोरोना काल के दौरान संस्था ने एक करोड़ से अधिक लोगों को भोजन दान किया है। इस काम से मिलने वाली आध्यात्मिक खुशी हमेशा किसी भी काम से बड़ी होती है। सामाजिक कार्य बड़े पैमाने पर करते समय कठिनाइयां आती हैं, लेकिन यदि कार्य लगातार किया जाता है, तो सफलता भी प्राप्त होती है। राज् यपाल ने आशा व्यक्त की कि समाज के प्रति उनका कार्य इसी प्रकार जारी रहेगा।
इस कार्यक्रम में आरके एचआईवी एड्स अनुसंधान और सुरक्षा संस्थान के अध्यक्ष विनीत चोपड़ा डॉ. धर्मेंद्र कुमार जीआईसी के निदेशक प्रबंधक दीपक प्रसाद, सहायक प्रबंधक नामदेव कदम, चिकित्सा निदेशक वीरेंद्र सहाय सहित अन्य लोग उपस्थित थे। इस अवसर पर राज् यपाल ने वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता रानी पोद्दार, कोरियोग्राफर संदीप सोपारकर सहित कई अन्य लोगों को कोरोना योद्धा प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया।