उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के संस्थापक सप्ताह समारोह का शुभारंभ सीएम योगी आदित्यनाथ और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत ने किया। इस मौके पर सीडीएस बिपिन रावत ने शिक्षण संस्थाओं को संस्कृति से जोड़ने की जरूरत बताई।
उन्होंने कहा कि कड़ी मेहनत के बगैर किसी को सफलता नहीं मिल सकती। स्वामी विवेकानंद को कोट करते हुए उन्होंने कहा कि जीवन में मुश्किल हालात आते हैं। उनसे उबरकर आगे बढ़ना होता है। जरूरी है कि हम अपनी ताकत की पहचान करें। हम सभी में कुछ गुण और कुछ अवगुण होते हैं। हमें अपने गुणों को आगे बढ़ाना है, अवगुणों पर काबू पाना है। जीवन में कई बार असफलता भी मिलती है लेकिन असफलता से कभी निराश नहीं होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि वह आज बहुत गौरवांवित महसूस कर रहे हैं। रंग-बिरंगे लिबास में मौजूद बच्चों के बीच आकर स्कूल में बिताए समय की याद आने लगी है। आज से 45 वर्ष पहले हमारे पास तकनीकी के संसाधन नहीं थे। कम्पयूटर इंटरनेट नहीं था। इस कार्यक्रम में शामिल होकर बड़े गर्व के साथ कहने का अवसर मिला है कि आप भारतीय संस्कृति को ध्यान में रख कर जिस प्रकार का शिक्षण ले रहे हैं, आप सभी बच्चों को भाग्यशाली माना जाना चाहिए। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ ने कहा कि पिछले कई सौ सालों तक हमारे देश पर विदेशियों का कब्जा रहा जिससे विचारधारा में बदलाव आए हैं। शिक्षण संस्थाओं को संस्कृति से जोड़ कर रखने की जरूरत है।
ऐसे संस्थानों में हम आपसी मेल-जोल के साथ अपनी शिक्षा प्रणाली को आगे रखते हैं। उन्होंने कहा कि कुछ समय पहले किताब में पढ़ा कि पश्चिमी देश में एक शिक्षक कक्षा में पढ़ा रहे थे। 30 में 29 का ध्यान उनकी तरफ नहीं था बल्कि वे आपस में बात कर रहे थे। छात्रों ने कहा कि जो आप पढ़ा रहे, यह गूगल बाबा पढ़ा दे रहे हैं। लेकिन एक बच्चा था जिसने कहा कि आप से ही सीखना चाहता हूं क्योंकि आप की सिखलाई में समझ है।