पिछले दिनों पाकिस्तानी ड्रोन द्वारा भारतीय क्षेत्र में रेेकी करने और बीएसएफ के जवानों द्वारा फायरिंग के मामले सामने आए हैं। बताया जा रहा है कि पाकिस्तानी ड्रोन ने भारत में हेरोइन व हथियारों की खेप उतारी है। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ अब उसे भारतीय तस्करों के साथ मिलकर सुरक्षित जगह पर ठिकाने पर ले जाने की तैयारी कर रही है। हालांकि बीएसएफ और पंजाब पुलिस द्वारा बार्डर आब्जर्विंग पोस्ट कोट रजादा और उसके आसपास लगते गांवों में जबदस्त तलाशी अभियान चलाया जा रहा है, ताकि ड्रोन द्वारा फेंकी गई खेप तस्करों के हाथ न लग सके।
पिछले तीन दिन में पाकिस्तानी ड्रोन भारतीय सीमा में चार बार प्रवेश कर चुका है। खुफिया एजेंसी के एक अधिकारी ने बताया कि आइएसआइ ड्रोन के जरिए हथियारों की बड़ी खेप भारत भेज चुकी है। उसे ठिकाने के लिए खालिस्तानी आतंकी सीमावर्ती गांवों में रहने वाले पुराने तस्करों का सहयोग ले रहे हैं। अब सुरक्षा एजेंसियां भारत पहुंची उक्त हथियारों की खेप को जल्द से जल्द तलाश कर आतंकी माड्यूल को ध्वस्त करना चाहती हैं। बताया जा रहा है कि बीएसएफ, पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां कोट रजादा और आसपास के क्षेत्रों में सर्च अभियान में लगी हैं। आने वाले दिनों में पुलिस को बड़ी सफलता मिल सकती है।
15 किलोमीटर भारतीय क्षेत्र में रेेकी कर गया ड्रोन
30 नवंबर की रात बीओपी कोट रजादा के जरिए पाकिस्तानी ड्रोन कोहरे और रात के अंधेरे का फायदा उठाते हुए 15 किलोमीटर अंदर आ गया था। हालांकि पहले दिन बीएसएफ की 73 बटालियन के जवानों ने 70 राउंड फायर भी किए थे, लेकिन ड्रोन को गिरा नहीं सके। इसके बाद मंगलवार की रात 11.15 से 11.17, 11.45 से 11.47 और 12.20 से 12.30 के बीच ड्रोन की कई बार आवाज सुनी गई। पाक ड्रोन को गिराने के लिए जवानों ने फायरिंग की, लेकिन वह पाक लौट गया।
बता दें, वर्ष 2019 में सुरक्षा एजेंसियां क्रैश हुए पाकिस्तान ड्रोन के हिस्से बरामद कर चुकी है। दर्जनभर आतंकियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से एक टाइप की छह राइफलें, गोली-सिक्का, मैगजीन बरामद किए जा चुके हैं।
सात किलो तक वजन उठा सकता है ड्रोन
बताया जा रहा है कि जो ड्रोन भारतीय क्षेत्र में रेेकी करते देखा गया है। वह पांच से सात किलोग्राम तक का वजन उठाने में सक्षम है। वह इतने वजन का भार उठाकर वह बीस किलोमीटर का सफर दो किलोमीटर ऊपर उठकर सकता है।