मराठा समाज को आरक्षण को लेकर सत्ताधारी और विपक्ष के बीच एक बार फिर बयान बाजी शुरू हो गई है। रविवार को छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशज और भाजपा सांसद उदयनराजे भोसले ने सरकार में शामिल मराठा समाज के वरिष्ठ नेताओं से पूछा कि कब तक समाज आरक्षण का इंतजार करता रहेगा। वहीं राकांपा विधायक रोहित पवार ने कहा कि मौजूदा समय में एक-दूसरे की आलोचना करने की कोई जरूरत नहीं है। हमें आरक्षण के संदर्भ में एक साथ रहना होगा और एक रास्ता खोजना होगा।
उदयन राजे भोसले ने कहा कि मैं अपनी पिछली पीढ़ियों के सभी नेताओं से पूछना चाहता हूं, आपने मराठा समाज के आरक्षण मुद्दे को जानबूझकर लंबित क्यों रखा? जिसका समाज जवाब चाहता है। समाज के लोगों ने मराठा समाज के नेताओं को बढ़-चढ़कर मतदान किया और चुनाव में विधायक और मंत्री बनाया, लेकिन उन्हें अब तक आरक्षण को लेकर न्याय नहीं मिला, इसलिए हर किसी को उन सभी वरिष्ठ नेताओं से सवाल पूछने का अधिकार है। सोमवार को भाजपा सांसद उदयनराजे भोसले के बयान का जवाब देते राकांपा राकांपा विधायक रोहित पवार ने कहा कि मुझे नहीं पता कि उन्होंने क्या कहा, इसलिए मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा, लेकिन मौजूदा समय में एक-दूसरे की आलोचना करने की कोई जरूरत नहीं है। हमें आरक्षण के संदर्भ में एक साथ रहना होगा और एक रास्ता खोजना होगा। कोई श्रेय नहीं लेना चाहता। पिछले कई सालों से लड़ रहे लाखों लोगों को श्रेय दिया जा रहा है। मुझे विश्वास है कि इस मुद्दे का जल्द से जल्द हल निकाला जाएगा।