केंद्र सरकार से तीन नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर प्रदर्शन करने साले किसानों से केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि भारत सरकार किसानों से चर्चा के लिए तैयार थी, तैयार है और तैयार रहेगी। बता दें कि दिल्ली पुलिस ने किसानों को बुराड़ी के निरंकारी मैदान पर शांतिपूर्वक प्रदर्शन करने की मंजूरी दे दी है। इसके बाद दिल्ली हरियाणा के बॉर्डर किसानों के लिए खोल दिए गए हैं।
केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि मैं सभी किसानों से आग्रह करता हूं कि सर्दी के मौसम में और कोविड के संकट में आंदोलन स्थगित करें और चर्चा का रास्ता अपनाएं। भारत सरकार उनसे चर्चा करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी 2 चरण अपने स्तर पर, सचिव स्तर पर किसानों से वार्ता हो चुकी है। 3 दिसंबर को बातचीत के लिए किसान यूनियन को हमने आमंत्रण भेजा है।
वहीं अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय महासचिव एवं भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के वरिष्ठ नेता अतुल कुमार अंजान ने किसानों और मजदूरों की हड़ताल पर सरकार के दमनकारी कदम की तीखी आलोचना करते हुए कहा है कि अगर सरकार कृषि संबंधी तीनों कानूनों को स्थगित कर दे तो देश के किसान उससे बातचीत करने के लिए तैयार हैं।
अंजान ने कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के किसानों के साथ बातचीत के प्रस्ताव पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए यह बात कही। भाकपा नेता ने कहा कि पहले तोमर साफगोई से बात करें और झूठ का सहारा नहीं लें । उनका यह कहना सफेद झूठ है कि यह आंदोलन सिर्फ पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश का संघर्ष है। कल 26 नवंबर को देश के किसानों ने मजदूरों के साथ मिलकर 'आम हड़ताल और ग्रामीण भारत बंद' का सफल आयोजन किया था।