कांटे की टक्कर के बाद बिहार विधानसभा चुनाव के सभी 243 सीटों के नतीजे सामने आ गए हैं। एनडीए को 125, महागठबंधन को 110 और एआइएमआइएम, बसपा व दूसरे दलों को 8 सीटें मिली है। तेजस्वी यादव की आरजेडी 75 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बन गई है। बीजेपी 74 सीटों के साथ दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनी है।
कई सीटों पर चुनाव परिणाम काफी रोचक रहा। महज कुछ वोटों ने कई उम्मीदवारों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। हिलसा सीट महज 12 वोटों के अंतर से जद(यू) के खाते में चली गई। चुनाव आयोग की वेबसाइट पर मंगलवार देर रात अपडेट की गई सूचना के अनुसार, जद (यू) के कृष्ण मुरारी शरण उर्फ प्रेम मुखिया को 61,848 वोट मिले हैं जबकि निकटतम प्रतिद्वंद्वी राजद उम्मीदवार अत्री मुनि उर्फ शक्ति सिंह यादव को 61,836 वोट मिले हैं। चुनाव आयोग ने हिलसा सीट के लिए कॉलम में लिखा है ‘परिणाम घोषित’ और जीत का अंतर 12 वोटों का बताया है।
इससे पहले रात करीब 10 बजे जब हिलसा सीट पर अभी मतगणना जारी की स्थिति आ रही थी तो उस वक्त राजद ने गिनती में गड़बड़ी का आरोप लगाया था। पार्टी ने ट्वीट कर आरोप लगाया था, ‘‘हिलसा विधानसभा क्षेत्र से राजद प्रत्याशी शक्ति सिंह को निर्वाचन अधिकारी ने 547 वोट से विजयी घोषित कर दिया था। सर्टिफ़िकेट लेने के लिए इंतज़ार करने को कहा गया। सीएम आवास से रिटर्निंग अधिकारी को फ़ोन आता है। फिर अचानक अधिकारी कहते हैं डाक मत रद्द होने के कारण आप 13 वोट से हार गए।’’ लेकिल चुनाव आयोग ने अपने ऊपर कहीं से किसी भी दबाव के आरोप से इनकार किया है।
वहीं मात्र 13 वोट से हिलसा सीट से हार राजद नहीं पचा पा रहा है । मतगणना केंद्र सोगरा कॉलेज को राजद समर्थकों ने घेरा। धांधली का आरोप लगा, नीतीश मुर्दाबाद के लगा रहे नारे। करीब दो-तीन हजार लोग जमा हुए। स्थिति विस्फोटक। कभी भी अर्द्ध सैनिक बल कर सकते हैं लाठी चार्ज। राजद प्रत्याशी अत्रि मुनि उर्फ शक्ति सिंह यादव बैलेट पेपर पर हुए मतदान की गिनती में 145 वोटों को जबरन रद्द करने का लगा रहे आरोप।