करीब दो दशक पहले भारत और अमेरिका के संबंधों का इतिहास उतार-चढ़ाव से भरपूर रहा है । लेकिन पिछले कुछ वर्षों में रिश्ते और बेहतर हुए हैं। अब अमेरिका में सत्ता परिवर्तन हुआ है। डोनाल्ड ट्रंप और नरेंद्र मोदी ने दोनों देशों के रिश्ते को और प्रगाढ़ किया है । अब देखना है कि बाइडेन क्या रवैया अपनाते हैं? लेकिन इतना तय है कि जो बाइडेन के राष्ट्रपति बनने के बाद भी भारत-अमेरिका के बीच दोस्ती का सिलसिला थमने वाला नहीं है, क्योंकि दोनों देशों के रिश्ते उस मुकाम पर पहुंच गए हैं, जहां से पीछे नहीं लौटा जा सकता जो बाइडेन की कोशिश होगी कि यहां से भारत-अमेरिका के रिश्ते को एक नया आयाम दिया जाए।
जो बाइडेन का ट्रैक रिकॉर्ड कहता है कि उनका भारत को लेकर रुख सकारात्मक रहा है, खासकर बाइडेन भारतीय बाजार को लेकर वाकिफ हैं। 77 साल के अनुभवी जो बाइडेन मानते हैं कि दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत, और द्विपक्षीय व्यापार में बहुत गुंजाइश है। इसके अलावा जो बाइडेन की टीम में कई भारतीय हैं जो रिश्तों को नई मंजिल तक ले जाना चाहेंगे। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष सोनीया गांधी ने शनिवार को अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में जीत दर्ज करने के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता जो बाइडेन को बधाई दी। उन्होंने अमेरिकी उपराष्ट्रपति कार्यकाल के दौरान भारत-अमेरिकी संबंधों को और मजबूती प्रदान करने में उनके योगदान का भी जिक्र किया। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने ट्वीट में अमेरिका की उपराष्ट्रपति चुनी गईं कमला हैरिस को भी जीत की बधाई दी और उनकी जीत को भारतीय-अमेरिकियों के लिए गर्व का विषय बताया। प्रधानमंत्री ने कहा कि जो बाइडेन, शानदार जीत के लिए आपको बधाई। बतौर उपराष्ट्रपति, भारत-अमेरिका संबंधों को मजबूत करने में आपका योगदान महत्वपूर्ण और अमूल्य था। मैं भारत-अमेरिका संबंधों को और अधिक ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए एक बार फिर साथ मिलकर काम करने के लिए उत्सुक हूं। उन्होंने कहा कि कमला हैरिस, आपको शुभकामनाएं।
बाइडेन पांच लाख से अधिक भारतीयों को दे सकते हैं अमेरिका की नागरिकता
अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन पांच लाख भारतीयों समेत लगभग 1 करोड़ 10 लाख ऐसे आप्रवासियों को अमेरिकी नागरिकता प्रदान करने का रोडमैप तैयार करेंगे, जिनके पास दस्तावेज नहीं हैं। इसके अलावा वह सालाना न्यूनतम 95,000 शरणार्थियों को अमेरिका में प्रवेश दिलाने की प्रणाली भी बनाएंगे। बाइडेन के अभियान द्वारा जारी एक नीतिगत दस्तावेज में यह जानकारी दी गई है।
दस्तावेज में कहा गया है, 'वह (बाइडेन) जल्द ही कांग्रेस में एक आव्रजन सुधार कानून पारित कराने पर काम शुरू करेंगे, जिसके जरिए हमारी प्रणाली को आधुनिक बनाया जाएगा। इसके तहत 5 लाख से अधिक भारतीयों समेत लगभग एक करोड़ 10 लाख ऐसे आप्रवासियों को अमेरिका की नागरिकता प्रदान करने का रोडमैप तैयार किया जाएगा, जिनके पास दस्तावेज नहीं हैं'।
दस्तावेज के अनुसार, 'वह अमेरिका में सालाना 1,25,000 शरणार्थियों को प्रवेश देने का लक्ष्य निर्धारित करेंगे। इसके अलावा वह सालाना न्यूनतम 95,000 शरणार्थियों को देश में प्रवेश दिलाने के लिए कांग्रेस के साथ काम करेंगे'। बाइडेन से पहले चार सालों तक अमेरिका के राष्ट्रपति रहे डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी फर्स्ट का नारा देते हुए प्रवासियों को नागरिकता देने के नियमों को कठोर कर दिया था।