हिजबुल चीफ सैफुल्ला को मार गिराने के बाद दूसरे ही दिन सेना को बड़ी सफलता हाथ लगी है। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने नूनर गांदरबल में जिला उपाध्यक्ष बीजेपी गुलाम कादिर पर हमले को अंजाम देने वाले तीन आतंकवादी साथियों को गिरफ्तार कर लिया है। गांदरबल सेंट्रल कश्मीर में शस्त्र और गोला बारूद भी बरामद किया गया है। एक आतंकवादी को जवाबी फायर में मौके पर बेअसर कर दिया गया। एक कांस्टेबल मोहम्मद अल्ताफ घटना के दौरान गोली लगने से शहीद हो गए।
कहा जा रहा है कि हमले को ओवरग्राउंड वर्करों ने अंजाम दिया था जो अस्पताल व बैंक में सिक्योरिटी गार्ड के तौर पर काम कर रहे थे। हमले में एक आतंकी शब्बीर अहमद निवासी त्रास भी शामिल था, जिसे सुरक्षाकर्मियों ने घटना स्थल पर ही ढेर कर दिया था।
हमले के बाद से ही पुलिस मामले की जांच में जुट गई थी। जांच के दौरान पुलिस को विश्वसनीय सूत्रों से गांदरबल के रहने वाले कैसर अहमद शेख के बारे में पता चला। वह अस्तपाल में सुरक्षा गार्ड के तौर पर कार्यरत था। जब उससे पूछताछ की गई तो उसने पुलिस को बरगलाना चाहा, लेकिन जब सख्ती दिखाई गई तो उसने सब कबूल लिया। उसने कबूल किया कि वह हिजबुल मुजाहिदीन का सक्रिय सदस्य है और भाजपा नेता पर किए गए हमले में वह भी शामिल था।
गिरफ्तार किए गए इन दोनों आतंकी सहयोगियों के बताए गए स्थान से भी पुलिस ने पिस्तौल, गोला बारूद, दो डेटोनेटर, पाकिस्तान के झंडे और अन्य सामग्री बरामद करने में सफलता प्राप्त की है। तीनों दक्षिण कश्मीर में सक्रिय आतंकियों के संपर्क में आए थे। संगठन में सक्रिय सदस्य के तौर पर शामिल करने से पूर्व इन तीनों को स्थानीय राजनीतिक कार्यकर्ताओं की सूची तैयार कर और उन पर हमला कर उनकी हत्या करने का काम सौंपा गया था।