बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत द्वारा मुंबई की तुलना पीओके से करने पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सोमवार को तंज कसते हुए कहा कि, “कुछ लोग उस शहर के प्रति कृतज्ञ नहीं हैं जहां से वे अपना रोजगार, काम धंधा शुरू करते हैं।” रनौत द्वारा हाल में मुंबई और यहां की पुलिस पर की गई टिप्पणी पर बवाल मचा हुआ है।
रनौत ने ट्वीट कर कहा था, ‘‘ क्यों मुंबई पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर की तरह महसूस हो रही है।” उनके इस ट्वीट की कई धड़ों ने निंदा की। अभिनेत्री ने कहा कि उन्हें हिमाचल प्रदेश या हरियाणा पुलिस की सुरक्षा चाहिए और ‘बॉलीवुड में कथित मादक पदार्थों के माफिया’ का खुलासा करने के लिए वह मुंबई पुलिस की सुरक्षा स्वीकार नहीं करेंगी। विधानसभा में शोक प्रस्ताव पर बोलते हुए उद्धव ठाकरे ने किसी का नाम लिए बिना कहा, ‘‘कुछ लोग उस शहर के प्रति कृतज्ञ होते हैं जहां पर वे जीविकोपार्जन करते हैं लेकिन कुछ लोग नहीं होते हैं।” यह टिप्पणी उन्होंने पूर्व शिवसेना विधायक और मंत्री अनिल राठौर को श्रद्धांजलि देते हुए की जिनकी मौत हाल में हुई थी।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘अनिल भईया राजस्थान से आए और महाराष्ट्र को अपना घर बनाया। वह कट्टर शिवसैनिक थे।” इस बीच, महाराष्ट्र के राहत एवं पुनर्वास मंत्री विजय वडेट्टीवार ने केंद्र द्वारा कंगना रनौत को वाई प्लस सुरक्षा मुहैया कराने के फैसले को राजनीति से प्रेरित करार दिया है। विजय ने कहा कि केंद्र का फैसला राजनीति से प्रेरित है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘कंगना भाजपा का ‘तोता’ हैं। मंत्री ने कहा, ‘‘कंगना को सुरक्षा देकर केंद्र और भाजपा ने मुंबई पुलिस और महाराष्ट्र के खिलाफ की गई उनकी टिप्पणी का समर्थन किया है। यह राज्य के लोगों के साथ विश्वासघात है।”
उल्लेखनीय है कि भाजपा नेता राम कदम ने हाल में शिवसेना नीत महाराष्ट्र सरकार से कंगना को पुलिस सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की थी क्योंकि वह बॉलीवुड के ड्रग माफिया से गठजोड़ का खुलासा करना चाहती थीं। कदम के ट्वीट पर जवाब देते हुए कंगना ने कहा कि वह ‘मूवी माफिया’ से अधिक मुंबई पुलिस से डरती हैं और वह या तो हिमाचल प्रदेश पुलिस या केंद्र से सुरक्षा लेना पसंद करेंगी। एजेंसी (एजेंसी)