लखनऊ: तमाम दावों के बाद भी उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था पटरी पर नहीं लौट पा रही है. बीते 24 घंटों में ही ताबड़तोड़ कई जिलों में हत्याएं हुयी हैं. सोमवार को कुशीनगर में हत्या कर भाग रहे युवक को भीड़ ने पुलिस की पकड़ में पीट पीट कर मार डाला. पुलिस ने भी भाग कर जान बचाई तो आज़मगढ़ में अधेड़ को पीट पीट कर मौत के घाट उतारा गया है. प्रतापगढ़ में युवक की गोली मार कर हत्या कर दी गयी है. रविवार को लखीमपुर में जमीन विवाद में पूर्व विधायक निर्वेंद्र मिश्रा मुन्ना को पीट कर मार डाला गया था.
यूपी में कानून व्यवस्था के बुरे हाल, लगातार बढ़ रहे अपराधों पर कांग्रेस, सपा, आम आदमी पार्टी सहित पूरा विपक्ष मैदान में उतर आया है. सोमवार को सपा महासचिव अभिषेक मिश्रा को जाते समय तो रविवार लखीमपुर में पहुंचे आम आदमी पार्टी सांसद संजय सिंह को लौटते समय पुलिस ने सीतापुर में हिरासत में ले लिया. कांग्रेस लगातार प्रदेश सरकार पर हमलावर है.
कुशीनगर के तरया सुजान थाना क्षेत्र के रामपुर बंगरा गांव में सोमवार सुबह कुछ बदमाशों नें एक शिक्षक की गोली मार कर हत्या कर दी. मृतक सुधीर नाम का शिक्षक रामपुर बंगरा का ही निवासी था. मौके से भाग रहे बदमाशों में से एक को दौड़ा कर भीड़ ने पकड़ लिया. पुलिस के पहुंचने और आरोपी को अपनी अभिरक्षा मे लेने के बाद गुस्साई भीड़ ने उसे पीटना शुरु कर दिया. पुलिस की मौजूदगी में उग्र ग्रामीणों ने बदमाश को पीट-पीट के मार डाला. उग्र भीड़ के हमले के बाद पुलिस खुद जान बचाकर भागी. बताया जा रहा है कि किसी आपसी विवाद को लेकर बदमाशों ने शिक्षक को गोली मारी थी. भाग रहे एक शूटर को ग्रामीणों ने चारो तरफ से घेरा जिसे पुलिस ने हिरासत में लिया. पुलिस द्वारा अपराधी को ले जाता देख उग्र हुई ग्रामीणों की भीड़ ने अपराधी को खींच लिया और पीट कर मार डाला.
उधर लखीमपुर जिले में रविवार को निघासन विधानसभा से तीन बार निर्दलीय विधायक रहे निर्वेंद्र कुमार मिश्रा उर्फ मुन्ना का दबंगों से विवाद हो जाने के बाद हुयी मारपीट में मौत हो गयी थी. उनके बेटे संजीव को भी दबंगों ने मारपीट का बुरी तरह से जख्मी कर दिया था. पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने बताया कि पूर्व विधायक की मौत चोट से नहीं बल्कि हार्ट अटैक से हुयी. इस घटना से गुस्साई स्थानीय जनता और परिजनों ने विधायक के शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया. लोगों की मांग है कि घटना के दोषियों और जिम्मेदार पुलिस वालों को गिरफ्तार किया जाए. घटना के बाद सपा मुखिया अखिलेश यादव ने अपनी सरकार में मंत्री रहे अभिषेक मिश्रा को लखीमपुर भेजा है.