हाल ही में करीना कपूर खान की एक तस्वीर खूब वायरल हुई जिसमें पांच लोग मास्क लगाए उन्हें तैयार कर रहे हैं. इंस्टाग्राम पर इस तस्वीर को पोस्ट करते हुए करीना ने लिखा, "एक और दिन, एक और शूट, मेरे वॉरियर." कोरोना दौर में अपनी जान की परवाह ना करते हुए काम करने वालों को कोरोना वॉरियर का नाम दिया गया है. वैसे तो इसमें डॉक्टर, नर्स, पुलिसकर्मी और पत्रकार ही गिने जाते हैं लेकिन करीना ने अपने मेकअप आर्टिस्ट्स को भी वॉरियर का नाम दे दिया है. अगर आप तस्वीर देखें तो पता चलेगा कि मास्क तो इन सब वॉरियर्स ने पहना है लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल कोई भी नहीं रख रहा है. इस लिहाज से वाकई ये लोग अपनी जान की परवाह किए बिना काम कर रहे हैं.
डब्ल्यूएचओ के एमरजेंसी प्रोग्राम की अध्यक्ष मारिया वान केरखोवे का कहना है, "हम देख रहे हैं कि अब लोग फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे हैं. अगर आपने मास्क पहन रखा है, तो भी आपको कम से कम एक मीटर और हो सके तो उससे भी ज्यादा दूरी बना कर रखनी होगी." कोरोना से कैसे बचना है, यह तो पिछले छह महीनों से लगातार बताया जा रहा है. आंकड़े भले ही बढ़ रहे हों लेकिन धीरे धीरे लोगों में डर कम हो रहा है. ऐसे में लोग कोताही बरतने लगे हैं. मारिया वान केरखोवे के अनुसार, "केवल मास्क पहनने से नहीं होगा, केवल फिजिकल डिस्टेंसिंग से भी नहीं होगा और केवल हाथ धोने से भी नहीं. आपको ये सब करना होगा."
कोरोना और अन्य वायरस पर हुए शोध दिखाते हैं कि संक्रमित व्यक्ति के मास्क पहनने से इसे दूसरों में फैलने से रोका जा सकता है. ज्यादातर मामलों में लोगों को पता ही नहीं होता कि वे वायरस से संक्रमित हैं. ऐसे लोग अगर मास्क नहीं पहनते हैं, तो ये दूसरों को संक्रमित कर सकते हैं. साथ ही मास्क पहनने से कुछ हद तक संक्रमित होने से भी बचा जा सकता है. इस तरह से मास्क आपको भी बचाते हैं और दूसरों को भी.
अब तक यह बात तो सब समझ ही चुके हैं कि छींकने और खांसने के दौरान हवा में फैले छोटे छोटे ड्रॉप्लेट्स से यह वायरस फैलता है. कपड़े के मास्क या फिर सर्जिकल मास्क काफी हद तक इसे रोकने में कामयाब होते हैं. यूनिवर्सिटी और कैलिफोर्निया की डॉक्टर मॉनिका गांधी का कहना है कि थोड़ी मात्रा में वायरस के संपर्क में आने से लोग इतने ज्यादा बीमार नहीं होते हैं. उन्होंने बताया कि अमेरिका में दो फूड प्रोसेसिंग प्लांट्स में कोरोना फैलने के मामलों पर जब शोध किया गया तो पता चला कि चूंकि वहां सभी कर्मचारियों ने मास्क पहन रखा था, इसलिए उनमें संक्रमण के बावजूद बेहद कम या लगभग कोई लक्षण नहीं देखे गए.
तो अगर आप भी मास्क लगा कर अपने दोस्तों के साथ झुंड बना कर खड़े हो जाते हैं या आपने सड़कों पर लोगों को ऐसा करते देखा है, तो इस आदत को बदलिए और दूसरों को भी ऐसा करने को कहिए. मास्क लगा कर लोगों से एक से दो मीटर तक की दूरी रखिए और हाथ और मास्क दोनों को नियमित रूप से धोते रहिए.
रिपोर्ट: ईशा भाटिया (एपी)