शिवसेना के लिए हिंदुत्व से महत्वपूर्ण कुर्सी: पाटिल

अयोध्या स्थित रामंदिर निर्माण को लेकर अपनी पीठ थपथपाने वाली शिवसेना पर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने निशाना साधा। सोमवार को कोल्हापुर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए शिवसेना का नाम लिए बिना पाटिल ने कहा कि अयोध्या स्थित राममंदिर निर्माण को लेकर पिछले पांच सौ वर्षोंसे संघर्ष शुरू है, लेकिन कुछ लोग दावा कर रहे है कि सिर्फ हमने ही संघर्ष किया है। सीएम ठाकरे पर निशाना साधते हुए पाटिल ने कहा कि उनके लिए हिंदुत्व से अधिक महत्वपूर्ण सत्ता की कुर्सी है।

पाटिल ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे राम मंदिर के निर्माण के लिए पांच अगस्त को होने वाले भूमिपूजन को ऑनलाइन के माध्यम से करने की मांग की है, जिसे लेकर सीएम ठाकरे की भूमिका की विश्व हिंदू परिषद ने कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि इस शुभमुहूर्त में पूरी दुनिया शामिल होना चाहती है, लेकिन कोरोना के कारण करीब तीन सौ लोगों को आमंत्रित किया गया है।

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि शिवसेना सांसद संजय राउत कहते है कि सीएम ठाकरे को अयोध्या जाने के लिए निमंत्रण की कोई जरूरत नहीं है, लेकिन अब जब उन्हें निमंत्रण मिला है, तो उद्धव ठाकरे ने अपना आपा खो दिया है, क्योंकि राज्य सरकार में शामिल दोनों सहयोगी ठाकरे के अयोध्या दौरे से नाराज न हो जाए, इसलिए उन्हें संभालने की बात मुख्यमंत्री के सामने आई होगी।

पाटिल ने कहा कि यदि भविष्य में शिवसेना-राकांपा के साथ मिलकर जनता के बीच जाकर वोट मांगने का काम करती है तो उसे मुस्लिम वोटों की आवश्यकता होगी, इसलिए एनसीपी की तरह शिवसेना को भी अल्पसंख्यकों का पक्ष लेना होगा। सीएम ठाकरे पर निशाना साधते हुए पाटिल ने कहा कि उनके लिए हिंदुत्व से अधिक महत्वपूर्ण सत्ता की कुर्सी है।

प्रकाशित तारीख : 2020-07-28 17:55:31

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