दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शहर में पिछले दो हफ्तों में कोविड-19 से हुई मौत के लिए जिम्मेदार कारकों पर स्वास्थ्य सचिव से विस्तृत विश्लेषणात्मक रिपोर्ट मांगी है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों के मुताबिक दिल्ली में पिछले दो हफ्तों में कोविड-19 से 800 से अधिक मौत हुई जिनमें से 397 लोगों की जुलाई के पहले हफ्ते में इस बीमारी से मौत हुई थी।
अधिकारियों ने कहा कि रिपोर्ट मांगने का मकसद राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस से होने वाली मौतों को घटाने के लिए सभी संभव कदम उठाना है। दिल्ली में अब तक कोविड-19 से कुल 3,165 लोगों की मौत हुई है। शहर में इस घातक बीमारी से पहली मौत 14 मार्च को हुई थी और एक महीने के भीतर, मृतक संख्या 1,000 के करीब पहुंच गई थी। अगली 1,000 मौतें आठ दिनों में और 19 जून तक मरने वालों की संख्या 2,035 थी। वहीं चार जुलाई को, दिल्ली में कोविड-19 से होने वाली मौत का आंकड़ा 3,004 पर पहुंच गया।
कोरोना वायरस के कारण हो रही मौतों को रोकने के लिए उठाए गए विभिन्न कदमों में से एक के तहत आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में प्लाज्मा बैंक गठित किया और सरकार कोविड-19 से ठीक होने वाले मरीजों को जान बचाने वाले खून के इस घटक (प्लाज्मा) का दान देने के लिए प्रोत्साहित कर रही है।
दिल्ली सरकार ने अस्पतालों से छुट्टी मिलने पर मरीजों से प्लाज्मा दान देने की उनकी इच्छा जानने का फैसला किया है। प्लाज्मा थेरेपी में, स्वस्थ हुए मरीज के शरीर से एंटीबॉडी युक्त प्लाज्मा निकाला जाता है और दूसरे मरीज को चढ़ाया जाता है। यह जानने के लिए परीक्षण हो रहे हैं कि क्या एंटीबॉडी मरीजों को बीमारी से स्वस्थ होने में मदद करते हैं। दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के मरीजों के इलाज में प्लाज्मा थेरेपी के अच्छे नतीजे देखने को मिले हैं।