नेपाली प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के सत्ता को बचाने चिनियाँ राजदूत सक्रिय होती नजर आ रही हैं ऐसा सुत्रों के हवाले से खबर चर्चा में है। नेपाल के सत्तारूढ पक्ष नेपाल कम्युनिष्ट पार्टी के अन्त: संघर्ष को चीनी राजदूत होउ यांछी ने नेकपा के वरिष्ठ नेता माधव नेपाल से सौहाद्रपुर्ण मिलाप में प्रधानमन्त्री केपी शर्मा ओली से राजीनामा न माँगने कि नसिहत दे डाली।
रविवार शाम काठमांडू कोटेश्वर स्थित वरिष्ठ नेता नेपाल के निवास स्थान में चिनियाँ राजदूत और नेता माधव नेपाल बीच नेकपा में हो रही भित्री विवाद को केन्द्रित कर चीन की राजदूत होउ यांछी ने केपी शर्मा ओली के राजीनामा से संबंधित मुलाकात में स्पष्टरुप से प्रधानमंत्री के पक्ष में समर्थन देते हुये राजीनामा न माँगने कि चेतावनी दे डाली है ऐसा सुत्रों के हवाले से खबर है।
We strongly refute all conspiracy theories that the internal political dynamics&phenomenon here in our country,even today,are dictated by this or that foreign forces.Nepal,as a Sovereign Country,is able to decide itself.We object&reject any tendency to intervene in our affairs.
— NKShresthaPrakash (@nksthaprakash) July 6, 2020
केपी शर्मा ओली को चीनी राजदूत से प्रधानमंत्री पद में निरंतरता बने रहने का अभयदान मिला हुआ है। प्रधानमंत्री ओली का चीन के साथ राजनैतिक संबंध अच्छे होने से नेकपा के कार्यकारी अध्यक्ष पुष्पकमल दहाल प्रचण्ड, नेता माधव नेपाल, झलनाथ खनाल और भीम रावल जैसे नेता ओली विरुद्ध लामबन्द हुये हैं।
भारत से सम्बन्ध न तोडने कि चेतावनी देते हुये राजीनामा मांगने कि कवायत जोरों पर है। सुत्रों के हवाले से खबर है चीनी राष्ट्रपति सी जिनपिङ्ग के निर्देशन में चीन की राजदूत ने पुष्पकमल दहाल 'प्रचंड' और माधव नेपाल को कडक चेतावनी देकर प्रधानमन्त्री ओली के राजिनामा मांगने कि जोर पर अंकुश लगाया हुआ है।